आरयू वेब टीम।
सुंजवान में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद से जारी मुठभेड़ आज करीब 35 घंटे बाद लगभग समाप्त हो चुकी है। हमला करने वाले चार आतंकियों को सेना ने मार गिराया है। वहीं इस हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए है। जिसमें दो जेसीओ भी शामिल हैं। इसके अलावा सैन्य कर्मी के परिवार के एक सदस्य की भी मौत हो गयी।
जबकि सेना के जवान समेत 10 लोग घायल हुए हैं, घायलों में तीन की हालत गंभीर बतायी जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षा बल दोपहर तक सर्च ऑपरेशन जारी रखे थे। समझा जा रहा था कि एक-दो आतंकी कही छिपे हो सकते हैं। सेना को आतंकियों की लाशों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद मिले हैं। वहीं इस हमले पर नजर रखने के लिए सेना प्रमुख बिपिन रावत खुद भी नजर रखने के लिए सुंजवान पहुंचे थे। वहीं इस हमले को वर्ष 2016 में हुए उरी आतंकी हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है।
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मिल रही जानकारी के अनुसार शनिवार की भोर में मौका पाकर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी सेना के कैंप में घुस गए थे। जिसके बाद से ही वह रूक-रूककर फॉयरिंग और गोलाबारी कर रहे थे। आतंकियों के खतरनाक मंसूबों को देखते हुए सुरक्षाबलों के साथ ही सेना के बेहद खतरनाक माने जाने वाले कमांडों को उनके खात्मे के लिए लगाया गया था।
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आतंकी हमले के बाद पूरे जम्मू में रेड अलर्ट जारी कर दिया था। वहीं आर्मी कैंप के आधे किलोमीटर के क्षेत्र में आने वाले सभी स्कूल-कालेजों को बंद करा दिया गया था। गृहमंत्री के साथ ही केंद्र सरकार भी इस पूरे मामले पर लगातार नजर बनाए थी।
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स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया कि शनिवार भारे में करीब साढ़े चार बजे धमाके और गोलीबारी की आवाज कैंप से आने लगी। पहले तो उन लोगों ने सोचा कि यह सेना का नियमित अभ्यास है, लेकिन कैंप के अंदर से शोर-शराबा आने के बाद हमें अहसास हुआ कि कुछ गड़बड़ है।
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बताते चलें कि शनिवार की भोर में ही जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आर्मी कैंप के पीछे के हिस्से की तारबंदी को काटकर अंदर घुस गए थे। आतंकियों ने संतरी के बंकर पर फायरिंग करने के साथ ही दो ग्रुप में बंटकर हमला शुरू कर दिया।
कैंप के रिहायशी क्षेत्र में आतंकियों ने बिल्डिंग में घुस गए। जिसके बाद सेना ने मोर्चा संभालते हुए कैंप की घेराबंदी की जिससे कि आतंकी बचकर नहीं जा सके। उसके बाद परिवार के लोगों को सुरक्षित करने के साथ ही आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया था।
स्थानीय लोगों ने की सेना की सहायता, उठायी पाक के खिलाफ आवाज
वहीं आज सुबह तक चले इस ऑपेरशन में जम्मू के स्थानीय लोगों ने भी सेना की सहायता की। देर रात जहां लोगों ने सेना के लोगों को खाना और पानी उपलब्ध कराया। वहीं हाथों में तिरंगा उठाये लोगों ने आतंकी हमले की निंदा करने के साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की।
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