आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को कहा कि उन्नाव रेप पीड़िता व उसके परिवार की हत्या का प्रयास व मुकदमों की वापसी के लिए विधायक द्वारा धमकी का आरोप काफी गंभीर मामला है, जिसका सुप्रीम कोर्ट द्वारा संज्ञान लिया जाना अति-स्वागत योग्य है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट कर कोर्ट के संज्ञान लेने पर सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा किया करते हुए कहा कि इससे पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। वहीं एक अन्य ट्वीट में मायावती ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अभियुक्त विधायक को सत्ताधारी बीजेपी का लगातार संरक्षण रहा है, यह कोई लुकी-छिपी बात नहीं है। यही कारण है कि किसी न किसी बहाने रेप आदि का यह केस सीबीआइ के पास होने के बावजूद काफी लम्बे समय से लम्बित पड़ा है व जिस कारण पीड़िता स्वंय नए हादसे का शिकार होकर मरणासन्न है। अति-दुःखद।
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बता दें कि सड़क दुर्घटना से पहले उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार की ओर से मुख्य न्यायाधीश को सुप्रीम कोर्ट में पत्र भेज कर अभियुक्तों द्वारा धमकी दिये जाने की शिकायत की गई थी। 12 जुलाई को लिखे इस पत्र में दो दिन लगातार सात और आठ जुलाई को अभियुक्तों की ओर से पीड़ित के घर आकर धमकी दिये जाने और पीड़ित परिवार पर समझौते के लिए दबाव डालने की बात कही गई है।
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पत्र में दोनों दिन का पूरा घटनाक्रम बयां करते हुए कहा गया है कि अभियुक्तों की ओर से धमकी दी गई कि सुलह कर लो नहीं तो पूरे परिवार को फर्जी मुकदमे लगा कर जेल में सड़ा कर मार डालेंगे।