आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पिछले दिनों योगी सरकार द्वारा लाए गए ‘लव जिहाद’ के खिलाफ अध्यादेश पर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने सोमवार को प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने इस कानून को आशंकाओं से भरा हुआ बताने के साथ ही योगी सरकार से इसपर पुनर्विचार करने की मांग की है।
मायावती ने आज सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट कर कहा कि लव जिहाद को लेकर यूपी सरकार द्वारा आपाधापी में लाया गया धर्म परिवर्तन अध्यादेश अनेकों आशंकाओं से भरा, जबकि देश में कहीं भी जबरन व छल से धर्मान्तरण को न तो खास मान्यता व न ही स्वीकार्यता। इस संबंध में कई कानून पहले से ही प्रभावी हैं। सरकार इस पर पुनर्विचार करे, बीएसपी की यह मांग है।
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बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में शादी के लिए धोखाधड़ी कर धर्मांतरण किए जाने की घटनाओं पर रोक लगाने संबंधी कानून के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। वहीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मंजूरी के बाद से इस कानून को यूपी लागू कर दिया है।
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इस अध्यादेश के तहत शादी के नाम पर धर्म परिवर्तन अवैध घोषित कर दिया गया है। अगर कोई भी ग्रुप धर्म परिवर्तन कराता है तो उसे तीन से दस साल की सजा होगी। वहीं धर्मगुरु धर्म परिवर्तन कराता है तो उसे डीएम से अनुमति लेनी होगी। कानून के तहत जो धर्म परिवर्तन करेगा उसे भी जिलाधिकारी से अनुमति लेनी होगी, यदि कोई सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन कराता है तो उसे दस साल की सजा और 50 हजार रुपये का जुर्माना देना होगा। यदि ऐसा करने वाला कोई संगठन है तो उसकी मान्यता रद्द हो सकती है। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत कार्रवाई हो सकती है।