संभल हिंसा पर भड़के राहुल-प्रियंका, योगी सरकार को बताया युवकों की मौत का जिम्‍मेदार

संभल हिंसा
बवाल के दौरान भीड़ पर सीधे गोली चलाता यूपी पुलिस का जवान। (फाइल फोटो)

आरयू वेब टीम। उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा में पांच युवकों की मौत पर विपक्ष ने योगी सरकार और पुलिस-प्रशासन पर सवाल उठाएं हैं। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर निष्पक्ष जांच की मांग की है। साथ ही मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सांसद प्रियंका गांधी ने इस पर रोष जताते सुप्रीम कोर्ट से न्याय की अपील की है। साथ ही राहुल गांधी ने पांच मुस्लिम युवकों की मौत का जिम्‍मेदार योगी सरकार को बताया है।

लोकसभा के नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा, “संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदन शीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मौत का कारण बना, जिसकी सीधी जिम्मेदार भाजपा सरकार है।

हिंदू-मुसलमान में दरार पैदा करना देश हित में नहीं

आगे कहा कि भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के। मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध करता हूं।” राहुल ने ये भी कहा कि, “मेरी अपील है कि शांति और आपसी सौहार्द बनाए रखें। हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफ़रत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े।”

प्रशासन ने की हड़बड़ी में कार्रवाई, सरकार ने किया माहौल खराब

वहीं, प्रियंका गांधी ने कहा, “संभल में अचानक उठे विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इतने संवेदनशील मामले में बिना दूसरा पक्ष सुने, बिना दोनों पक्षों को विश्वास में लिए प्रशासन ने जिस तरह हड़बड़ी के साथ कार्रवाई की, वह दिखाता है कि सरकार ने खुद माहौल खराब किया। प्रशासन ने जरूरी प्रक्रिया और कर्तव्य का पालन भी जरूरी नहीं समझा।”

वायनाड से हाल ही में चुनाव जीतकर सांसद बनीं प्रियंका ने कहा, “सत्ता में बैठकर भेदभाव, अत्याचार और फूट फैलाने का प्रयास करना न जनता के हित में है, न देश के हित में। माननीय सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेकर न्याय करना चाहिए। प्रदेश की जनता से मेरी अपील है कि हर हाल में शांति बनाएं रखें।”

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बता दें कि संभल शहर की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दाखिल वाद के आधार पर सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर की टीम रविवार को संभल पहुंची तो जहरीले नारों से बवाल हो गया। रविवार सुबह अचानक टीम के आने पर जुटी भीड़ मस्जिद में दाखिल होने कोशिश करने लगी। रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया तो दोनों ओर से पथराव शुरू हो गए।

लाठीचार्ज व पथराव से और उग्र हुई भीड़ ने सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। इसी बीच पुलिस ने भी सीधी फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी के दौरान गोली लगने से पांच मुस्लिम युवाओं की अब तक मौत हो चुकी है, जबकि बवाल में सैकड़ों लोग घायल हो गए, घायलों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

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