आरयू ब्यूरो, लखनऊ। गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी से नाम जुड़ने के मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को साढ़े 11 करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस भेजा है। स्वामी प्रसाद ने इस नोटिस में श्रीकांत त्यागी मामले में बिना जांच के मीडिया के जरिए बदनाम करने का आरोप लगाया है। स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि पुलिस आयुक्त ने बिना जांच के मेरा नाम लिया है।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने शनिवार को नोटिस की कॉपी को ट्वीट करते हुए लिखा कि, पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर ने विधानसभा पास को लेकर श्रीकांत त्यागी प्रकरण में बिना जांच-पड़ताल किए गैर जिम्मेदाराना हरकत कर प्रेस के माध्यम से पूरे देश में मेरी छवि-प्रतिष्ठा एवं लोकप्रियता को धूमिल करने का प्रयास किया। उसके परिप्रेक्ष्य में मानहानि करने संबंधी कानूनी नोटिस भेजी।
सपा नेता ने हाई कोर्ट के वकील जेएस कश्यप के जरिए मानहानि का नोटिस भेजा है। यह नोटिस 12 अगस्त को यानी कल ही भेजी गई थी जिसकी कॉपी उन्होंने ट्विटर पर भी शेयर की है। नोएडा पुलिस ने ओमेक्स सोसाइटी में महिला से गाली-गलौज प्रकरण में श्रीकांत त्यागी को आठ अगस्त को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उसके कब्जे से मिली फॉर्च्यूनर पर सचिवालय का एंट्री पास लगा था।
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बता दें कि नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने प्रेसवार्ता में कहा था कि श्रीकांत त्यागी को विधायक का यह पास स्वामी प्रसाद मौर्या ने उपलब्ध कराया था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले त्यागी के आरोपों का कड़ा खंडन किया था। उन्होंने भाजपा पर लोगों को झूठ और धोखे से गुमराह करने का आरोप लगाया। मौर्य, जो उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं। स्वामी ने कहा था कि, वह आखिरी बार 2017 में त्यागी से मिले थे। उस समय, त्यागी ने खुद को भाजपा नेता के रूप में पेश किया था।