आरयू वेब टीम। नॉर्थ-ईस्ट के तीनों चुनावी राज्यों जीत का परचम लहराने वाली भारतीय जनता पार्टी को तमिलनाडु में बड़ा झटका लगा है। चेन्नई पश्चिम में आईटी विंग के 13 पदाधिकारियों ने एक साथ पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। ये सभी नेता अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम में शामिल हो गए हैं।
आईटी विंग के जिलाध्यक्ष अनबरासन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘मैंने कई सालों तक भाजपा के लिए काम किया। लोग जानते हैं कि मैंने कभी किसी पद उम्मीद नहीं की थी। पिछले कई दिनों से पार्टी में असामान्य स्थिति को देखते हुए मैंने इस्तीफा दे दिया है। उनके इस बयान पर दस आइटी विंग के जिला सचिवों और दो आईटी विंग के जिला उप सचिवों के हस्ताक्षर हैं।
दरअसल, तमिलनाडु में भाजपा को यह पहला झटका नहीं है, इससे पहले भी कई विधायक इस्तीफा देकर हाल ही में एआईएडीएमके में शामिल हुए हैं। भाजपा बौद्धिक विंग के राज्य सचिव कृष्णन, आईटी विंग के राज्य सचिव दिलीप कन्नन, त्रिची ग्रामीण जिला उपाध्यक्ष विजय और राज्य ओबीसी विंग के सचिव अम्मू एडप्पादी के पलानीस्वामी के साथ बैठक के बाद एआइएडीएमके में शामिल हो गए।
यह भी पढ़ें- अब भाजपा विधायक के घर से तलाशी में मिले छह करोड़, बेटा एक दिन पहले ही 40 लाख की घूस लेते हुए गया था पकड़ा
इसी तरह आइटी विंग के राज्य सचिव कृष्णन ने भी अन्नामलाई पर आरोप लगाते हुए भाजपा से इस्तीफा दे दिया। इसे लेकर सोशल मीडिया पर एआइएडीएमके समर्थकों और बीजेपी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। ऐसे ही एक ट्विटर पोस्ट में भाजपा खेल और कौशल विकास के राज्य अध्यक्ष अमर प्रसाद रेड्डी ने उल्लेख किया कि ‘एआईएडीएमके’ को एक गठबंधन सहयोगी होने के नाते ऐसा नहीं करना चाहिए था।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि, ‘बीजेपी के कुछ चार नेता शामिल हुए हैं, यह तमिलनाडु में एक दुर्भाग्यपूर्ण बात है, जहां द्रविड़ राजनेता जो सोचते हैं कि वे बड़ी पार्टियां चलाते हैं, बीजेपी से शिकार करना चाहते हैं और अपनी पार्टी का विकास करना चाहते हैं। इससे पता चलता है कि भाजपा बढ़ रही है।