आरयू इम्पैक्ट,
लखनऊ। लंबे समय से अवैध निर्माण कराकर शहर की सूरत बिगाड़ने के साथ ही शहर वासियों की सुकून छीनने वाले लखनऊ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों की अब खैर नहीं है। कई सालों तक अवैध निर्माण कराने के अब ढहाने के वक्त खुद को उससे अलग हो जाने पर राहत की सांस ले रहे भ्रष्ट व लापरवाह इंजीनियरों को आज एलडीए वीसी प्रभु एन सिंह ने अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से जोड़ने का निर्देश जारी कर दिया है। उपाध्यक्ष के निर्देश के बाद अब अवैध निर्माण कराने वाले इंजीनियरों में हड़कंप हैं।
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खास बात यह है कि इस अभियान में सहायक और अवर अभियंता उन्हीं क्षेत्रों में अवैध निर्माण के खिलाफ अब कार्रवाई कराएंगे, जहां उनकी तैनाती के दौरान अवैध निर्माण कराया गया है। इस दौरान प्रवर्तन की नई टीम भी उनके साथ रहेगी।
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उल्लेखनीय है कि 16 मई को ‘राजधानी अपडेट’ ने ‘वीसी साहब अवैध निर्माण के लिए सिर्फ जनता नहीं है जिम्मेदार’ शीर्षक से न्यूज पोस्ट कर यह मुद्दा प्राथमिकता के साथ उठाया था कि अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने के लिए उन्हीं इंजीनियरों को उनके पुराने क्षेत्र में लगाया जाए जिनके कार्यकाल में अवैध निर्माण हुआ हो। जिससे कि भविष्य में भ्रष्ट इंजीनियरों के झांसे में आकर गलत काम न करे, इसके साथ ही अवैध निर्माण के बदले जनता चाहेगी तो उनसे इंजीनियर को दी गई रकम भी वसूल लेगी।
वीसी जारी करेंगे भ्रष्ट और लापरवाह इंजीनियरों की लिस्ट
इसके साथ ही लगातार एलडीए की ओर से अवैध निर्माण की लिस्ट जारी करने के साथ ही अपने इंजीनियरों के नाम छिपाने की बात ‘राजधानी अपडेट’ के उठाने पर आज एलडीए वीसी ने कहा कि लिस्ट बनवाई जा रही है, अवैध निर्माण के लिए जो इंजीनियर जिम्मेदार है उनकी लिस्ट जारी की जाएगी।
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हालांकि 16 मई को भी वीसी ने कहा था कि अवैध निर्माण तोड़ने के बाद दोषी इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बताते चले कि हाल ही में हाईकोर्ट ने भी अवैध निर्माण के लिए जिम्मेदार लोगों की सूची एलडीए से मांगी है।