TMC सांसद अभिषेक बनर्जी व उनकी पत्नी को मिला ED का समन, बैंक का डिटेल भी मांगी

कोयला घोटाला

आरयू वेब टीम। पश्चिम बंगाल के चुनाव के बाद एक बार फिर ईडी ने टीएमसी सांसद व ममता बनर्जी के भतीजे पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इससे पहले ईडी ने चुनाव के दरम्यान ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी व उनकी पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाया था। इस बार फिर प्रवर्तन निदेशालय ने अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा को समन भेजा है।

जांच एजेंसी ने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक को तीन सिंतबर को पेश होने के लिए कहा है। वहीं, रुजिरा को एक सितंबर को बुलाया गया है। इन दोनों से मनी लॉन्ड्रिंग और कोयला घोटाला मामले में पूछताछ होगी। साथ ही ईडी ने दोनों से बैंक डिटेल भी मांगे हैं। अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनी में ऐसी कंपनियों और उनसे जुड़े लोगों से फंड ट्रांसफर करवाए हैं, जो कोयला घोटाले में शामिल रहे हैं। आरोप ये भी हैं कि फंड के एवज में उन कंपनियों से बोगस अग्रीमेंट करवाए गए थे।

अभिषेक के पिता अमित बनर्जी भी उनमें से एक कंपनी में डायरेक्टर हैं। कोयला घोटाले की जांच सीबीआइ कर रही है।सूत्रों के मुताबिक रुजिरा बनर्जी की कंपनी संदेह के घेरे में है, इसके कुछ बैंकिंग ट्रांजैक्शन्स पर सीबीआइ और ईडी को शक है। अभिषेक बनर्जी ने ये कंपनी अपनी मां लता के नाम पर बनाई थी। दूसरी कंपनी उन्होंने मार्च 2017 में बनाई थी। इन कंपनियों में उनकी पत्नी, साली और पिता अमित बनर्जी पार्टनर और निदेशक हैं।

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गौरतलब है कि ये मामला पिछले साल मई-अगस्त से जुड़ा है, जब सतर्कता विभाग और ईसीएल टास्क फोर्स ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि ईसीएल के पट्टे क्षेत्र में व्यापक रूप से अवैध कोयला खनन और उसकी ढुलाई हो रही है। टीम ने तब पाया था कि अवैध कोयला खनन में कई मशीनें लगी हैं और ढुलाई के लिए भी वहां बड़ी संख्या में गाड़ियां खड़ी हैं। टीम ने तब बड़े पैमाने पर कोयले की जब्ती की थी। उस इलाके में कई अवैध भार मापक मशीनें भी लगी हुई थीं। इससे साफ पता चल रहा था कि अवैध खनन और कोयले ढुलाई का काम संगठित तौर पर संचालित हो रहा है।

सीबीआइ ने इस मामले में अनूप मांझी को सरगना बताया था।इनके अलावा ईसीएल के महाप्रबंधक अमित कुमार धर और जयेश चंद्र राय, ईसीएल के चीफ सिक्योरिटी इन्स्पेक्टर तन्मय दास और एरिया सिक्योरिटी इन्स्पेक्टर धनंजय राय और सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी को भी सीबीआइ ने नामजद किया था। आरोप है कि ये सभी सत्ता के संरक्षण में कोयला चोरी करवा रहे थे।