आरयू ब्यूरो, लखनऊ/प्रयागराज। राजू पाल मर्डर केस के गवाह उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस को आज पहली सफलता मिली है। पुलिस ने प्रयागराज के धूमनगंज में अरबाज नाम के युवक को ढेर कर दिया है। कहा जा रहा है कि हत्याकांड के दौरान अरबाज वारदात में इस्तेमाल क्रेटा कार चला रहा था। वहीं पुलिस अरबाज की क्राइम हिस्ट्री पता कर रही है। घटना के खुलासे के लिए एसटीएफ और पुलिस की दर्जनों टीमें लगी हैं।
धूमनगंज में उमेश पाल और सिपाही संदीप निषाद की हत्या में शामिल अरबाज को सोमवार को एनकाउंटर में मार गिराया गया। शूटरों ने जिस क्रेटा गाड़ी से उमेश पाल पर हमला किया था, वह गाड़ी अरबाज ही चला रहा था। चकिया क्षेत्र में हमले में प्रयुक्त क्रेटा कार बरामद होने के बाद इंजन और चेचिस नंबर के जरिए पुलिस अरबाज तक पहुंच गई। जिसके बाद सोमवार की दोपहर पीपल गांव क्षेत्र में अरबाज के होने की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की पुलिस को देखकर अरबाज ने फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में अरबाज को ढेर कर दिया गया। मुठभेड़ में धूमनगंज इंस्पेक्टर के दाहिने हाथ में भी गोली लगी है। ये एनकाउंटर धूमनगंज के नेहरू पार्क इलाके में हुआ है।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने अपने बयान में कहा कि 24 फरवरी की शाम उमेश पाल जो राजू पाल विधायक हत्याकांड के गवाह थे उनकी कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। मामले में कार्रवाई के क्रम में आज प्रयागराज जनपद के धूमनगंज थाना क्षेत्र में एक मुठभेड़ में मामले में शामिल अरबाज घायल हुआ। कुमार ने कहा कि उसके पास एक पिस्टल मिली। अरबाज पर आरोप है कि घटना के दिन प्रयोग होने वाली गाड़ी का ये चालक था तथा उसने फायरिंग भी की थी। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक उपचार के दौरान अरबाज की मौत हो गई।
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बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद यूपी की जेलों में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ, बेटे अली और उमर अहमद और साले मोहम्मद जकी की निगरानी और सख्त कर दी गई है। अशरफ बरेली के जिला कारागार में बंद है तो उमर अहमद लखनऊ की जेल में है। इन सबसे मिलने आने वालों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। अतीक का दूसरा बेटा अली अहमद प्रयागराज की नैनी जेल में बंद है। दूसरी ओर, अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद से मुलाकात करने वालों का भी ब्यौरा जुटाया जा रहा है।