आरयू वेब टीम।
राष्ट्रपति चुनाव में भारी वोटों से जीत हासिल करने वाले रामनाथ कोविंद ने आज देश के 14वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। कोविंद ने अपने पहले भाषण में देश की 125 करोड़ जनता का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैं गांव की मिट्टी में पला बढ़ा हूं इसके साथ ही उन्होंने देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करने की बात कही।
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आगे उन्होंने कहा कि मैं संसद सदस्य रहा हूं, सेंट्रल हॉल में मेरी कई यादें ताजा हो गई हैं। इसी जगह आपमें से कई लोगों के साथ विचार-विमर्श किया है। सहमती-असहमती के बीच यहीं एक दूसरे के विचारों का सम्मान करना सीखा। यही लोकतंत्र की खूबसूरती है।
देश के 14वें राष्ट्रपति पद की शपथ कोविंद सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने दिलायी। जिसके बाद उनके सम्मान में 21 तोपों की सलामी दी गई। संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर सुमीत्रा महाजन सहित सभी केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित रहें।
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शपथ से पहले कोविंद पहुंचे राजघाट
शपथ ग्रहण में जाने से पूर्व कोविंद सुबह राजघाट पहुंचे। जहां उन्होंने राष्ट्रपिता को पुष्पांजलि अर्पित किया। जिसके बाद कोविंद (71) को गांधीजी का एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। राजघाट से वह सीधे शपथ ग्रहण के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां प्रणब मुखर्जी ने गुलदस्ता भेंटकर उनका स्वागत किया।
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