आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके साथियों पर गैंगरेप का आरोप लगाने वाली किशोरी के पिता की आज पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गयी है। सूत्रों के अनुसार पीएम रिपोर्ट में किशोरी का आरोप सही पाया गया है।
बताया जा रहा है कि पोस्टमॉर्टम के दौरान डॉक्टरों को मृतक के शरीर पर एक दर्जन से ज्यादा गंभीर चोट के निशान मिले हैं। वहीं पिटाई के चलते पिता की आंत भी फट गयी थी। इन्हीं वजहों से किशोरी का पिता जेल में शॉक में चला गया था और उसके शरीर में जहर भी फैल चुका था। जो उसकी मौत की वजह बना।
सोमवार देर रात पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी होने पर आज सुबह पुलिस ने ग्रामीणों के आक्रोष को देखते हुए कड़ी सुरक्षा के बीच मृतक का शुक्लागंज घाट पर अंतिम संस्कार कराया। दूसरी ओर हादसे के बाद से सदमें चल रहे पीड़ित परिवार ने कहा कि उन लोगों की जिंदगी बर्बाद करने वाले भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को फांसी दी जाए। वहीं पीड़ितों ने पुलिस पर भी भरोसा नहीं जताते हुए कहा कि इस मामले में अब सीबीआइ जांच होनी चाहिए।
जांच के लिए एसआइटी गठित: एडीजी
वहीं इस मामले में एडीजी कानून-व्यवस्था ने मंगलवार को कहा कि इस मामले में बिना जांच के किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। साथ ही पुलिस हिरासत में हुई पीड़िता के पिता की मौत ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट करेंगे। उन्होंने दावा किया कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं भाजपा विधायक के सबंध में बोले कि अभी किसी को क्लीनचिट नहीं दी गई है
पुलिस का भी सामने आया घिनौना चेहरा
वहीं पीएम रिपोर्ट सामने आने के बाद लगभग पूरी तरह से साफ हो गया कि मारपीट और आर्म्स एक्ट के मामले में किशोरी के पिता को जेल भेजने वाली उन्नाव पुलिस ने अपने फर्ज के साथ ही मानवता को कलंकित कर दिया। जिस पिता को न्याय और इलाज मिलना चाहिए था, पुलिस ने उसे जेल की सलाखें दे दी।
हालांकि इस मामले में माखी थानाध्यक्ष अशोक सिंह समेत छह पुलिस कर्मियों को कल ही सस्पेंड किया जा चुका है। इनकी भूमिका की जांच आइजी लखनऊ कर रहे हैं। वहीं घटना की मैजिस्ट्रेटी जांच के भी आदेश दिए गए हैं। साथ ही आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने भी सोमवार को एक बार फिर कहा था कि उनके खिलाफ साजिश की जा रही है। वह किसी भी जांच से गुजरने के लिए तैयार हैं।
बताते चलें कि गैंगरेप पीड़िता ने रविवार को सीएम आवास के पास परिवार के साथ पहुंचकर आत्मदाह का प्रयास किया था। हालांकि पुलिस ने उसे समय रहते बचा लिया था। किशोरी ने गौतमपल्ली कोतवाली में मीडिया के सामने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर उसके भाई अतुल सिंह सेंगर समेत उनके सहयोगियों पर बंधक बनाकर रेप व पिटाई करने, उसके पिता की बेरहमी से पिटाई के बाद फर्जी मुकदमें जेल भिजवाने, चाचा के ऊपर फर्जी एफआइआर दर्ज करवाने समेत तमाम आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी।
यह भी पढ़ें- किशोरी से गैंगरेप और पिता की मौत के मामले में अखिलेश ने योगी से मांगा इस्तीफा
अगले दिन किशोरी के पिता की पुलिस हिरासत में मौत होने के बाद किशोरी ने जेल में पिता की हत्या किए जाने का भी आरोप लगा दिया। जिसके बाद मामले ने और तेजी से राजनैतिक रंग लेना शुरू कर दिया तो कल छह पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस ने विधायक के चार करीबियों को धर दबोचा। वहीं आज मामले में आरोपित विधायक का भाई अतुल सिंह सेंगर भी पकड़ा गया। हालांकि किशोरी व उसका परिवार अब भी भाजपा विधायक की गिरफ्तारी, उसको फांसी और सीबीआइ जांच की मांग कर रहे है।