आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर बुधवार को एक बार फिर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने आज अपने एक बयान में दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में बेखौफ अपराधी मानवता को शर्मसार करने वाली घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस का इकबाल समाप्त हो चुका है, जबकि पुलिस की नई कमिश्नरी व्यवस्था भी फेल है।
सपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जनसभा करने पर भी तंज कसते हुए कहा कि राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के तमाम जनपदों में रोज ही बलात्कार, छेड़छाड़ हत्या और लूट की घटनाएं हो रही हैं। अपराध पर नियंत्रण के सभी दावे हवा-हवाई साबित हुए हैं, लेकिन रोगी सरकार प्रदेश को बेहाल कर दिल्ली में वोट मांगने और टीवी पर अपनी इमेज चमकाने में ही व्यस्त हैं।
‘मुख्यमंत्री को कानून-व्यवस्था पर नजर डालने की फुर्सत नहीं’
अखिलेश ने हमला जारी रखते हुए कहा कि आजमगढ़ में दबंगों ने दो परिवारों की खुशियां छीन ली। बारात के दूल्हे को गोलियों से छलनी कर दिया गया। प्रशासन की लापरवाही से मिर्जापुर के प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मील बनाने के दौरान एक बच्ची की सब्जी के बर्तन में गिरने से मौत हो गई। सीतापुर में आठ साल की एक बच्ची की दुष्कर्म के बाद गला घोंट कर हत्या कर दी गई। रायबरेली के हरचंदपुर में बीएससी की छात्रा को जिंदा जला दिया गया, लेकिन इन सब घटनाओं के बाद भी मुख्यमंत्री को यूपी की कानून-व्यवस्था पर नजर डालने की फुर्सत नहीं है।
पुलिस को सत्ता बचाने और विपक्षियों को धमकाने का बना दिया तंत्र
यूपी के पूर्व सीएम ने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराधों की बढ़ोत्तरी के पीछे भाजपा सरकार की संकीर्ण मानसिकता और घटिया राजनीतिक सोच भी है। भाजपा ने अब पुलिस को अपनी सत्ता बचाने और विपक्षियों को डराने धमकाने का तंत्र बना दिया है। यूपी को ‘हत्या प्रदेश’ बनाने और देश व दुनिया में उसकी बदनामी कराने में भाजपा की ‘रोगी सरकार‘ को कोई संकोच नहीं है।