यूपी विधानमंडल सत्र की शुरुआत से पहले सर्वदलीय बैठक कर स्‍पीकर सतीश महाना ने सुचारु सदन चलाने के लिए मांगा सहयोग

नवनिर्वाचित एमएलसी

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होगा। सत्र से पहले स्पीकर सतीश महाना की अध्यक्षता में रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी दलों से सदन की कार्यवाही को सुचारु रूप से चलाने के लिए सहयोग करने की मांग की है। साथ ही कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है।

विधान भवन में रविवार की आयोजित सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया। विधानसभा से जारी बयान के अनुसार महाना ने सभी दलीय नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के साथ रखें। साथ ही प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें।

सर्वदलीय बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी दलीय नेताओं को आश्‍वस्‍त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता के साथ विकास को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेगी। सरकार सभी मुद्दे पर सकारात्मक कार्यवाही के लिए प्रतिबद्ध है। संसदीय कार्य मंत्री ने मुख्यमंत्री की भावना के अनुरूप सभी दलीय नेताओं से सदन में शांतिपूर्ण सहयोग करने की अपील की।

इससे पहले कार्य-मंत्रणा समिति की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि सत्र के पहले दिन निधन के निदेश तथा सात व 11 अगस्त को सदस्यों के जन्म दिन की उनको बधाई दी जायेगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलों के नेताओं से सहयोग करने के साथ ही कहा कि पिछले सवा एक वर्ष में उत्तर प्रदेश विधानसभा नवाचार के लिए जानी जा रही है। उत्तर प्रदेश में जितना नवाचार देखने को मिल रहा है, वह देश की किसी भी विधानसभा में देखने को नहीं मिला है।

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बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के स्थान पर मनोज पाण्डेय, कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना,’ राष्ट्रीय लोकदल विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान, अपना दल (सोनेलाल) के नेता राम निवास वर्मा, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) के नेता संजय निषाद, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के नेता ओमप्रकाश राजभर, जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के नेता रघुराज प्रताप सिंह, बहुजन समाज पार्टी के नेता उमाशंकर सिंह ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये।

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