आरयू ब्यूरो, लखनऊ। रशिया द्वांरा यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद वहां पढ़ाई करने गए हजारों भारतीय छात्रों की जिंदगी पर भी खतरा मंडरा रहा है। छात्र-छात्राओं की दुर्दश व खुद को वहां से निकालने के लिए मार्मिक अपील वाला वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा। इन वीडियो में छात्र मोदी सरकार की क्षमता व फैसले पर तो सवाल उठा ही रहे थे, ऐसे में भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी यूक्रने में फंसी एक छात्रा का वीडियो शेयर करते हुए मोदी सरकार के फैसला लेने की क्षमता पर सवाल उठाते हुए छात्रों पर छाए संकट के बादलों के लिए भी जिम्मेदार ठहराया है।
वरुण ने सोशल मीडिया के सार्वजनिक मंच से मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सही समय पर सही फैसला नहीं लेने से 15 हजास से ज्याद छात्र आज युद्ध भूमि में फंसे हुए है। साथ ही वरुण ने पीएम नरेंद्र मोदी के आपदा में भी अवसर वाले बयान के सहारे ही उनपर तंज कसते हुए कहा है कि हर आपदा में अवसर नहीं खोजना चाहिए।
सुरक्षित वापसी कोई उपकार नहीं, हमारा दायित्व
आए दिन अपनी ही सरकार पर सवाल उठाने वाले बीजेपी सांसद ने आज ट्विट करते हुए कहा है कि सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्ध भूमि में फंसे हुए है। साथ ही भाजपा समर्थकों के सोशल मीडिया पर आ रहे बयानों को भी आड़े हाथ लेते हुए वरुण गांधी ने लिखा है कि ठोस रणनीतिक और कूटनैतिक कार्यवाही कर छात्रों की सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं, बल्कि हमारा दायित्व है।
हर आपदा में नही खोजना चाहिए ‘अवसर’
वहीं अंत में वरुण ने लिखा कि हर आपदा में ‘अवसर’ नही खोजना चाहिए। वरुण गांधी का यह बयान ऐसे समय आया है जब मोदी सरकार चार मंत्रियों को युक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने की बात कर रही है। मोदी सरकार के इस फैसले के बाद लोग मंत्रियों को युक्रेन भेजे जाने के फैसले को चुनावी स्टंट करार दे रहें हैं, अधिकतर लोगों का मानना है कि सबसे पहले युक्रेन के बॉर्डर पर पहुंच चुके छात्र-छात्राओं को एयर लिफ्ट कर वहां से निकाला जाना चाहिए। ऐसे में वहां तत्काल हवाई सहायता भेजी जानी चाहिए। आपदा में अवसर वाली वरुण गांधी के बयान को लोग मोदी सरकार के मंत्रियों के जारी होते बयान व उनके युक्रेन के पड़ोसी देश में जाने वाले फैसले से जोड़कर देख रहें हैं।
भारतीय मीडिया भरोसा नहीं करने…
अपने बयान के साथ वरुण गांधी ने एक वीडिया भी ट्विट किया है। जिसमें युक्रेन में फंसी एक भारतीय छात्रा अपनी न सिर्फ आप बीती सुना रही है, बल्कि ऐसे समय में भारतीय एंबेसी ने सहायता करने की बजाए उन लोगों से कैसे मुंह मोड़ रखा है यह भी बता रही है। साथ ही छात्रा भारतीय मीडिया भरोसा नहीं करने की बात कर रही और छात्रा का यह भी कहना है कि उन लोगों से युक्रेन के बॉर्डर पर पहुंचने की बात की जा रही है, जबकि इस समय वह जहां है वहां से बॉर्डर की दूरी आठ सौ किलोमीटर है। छात्रा ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि दूसरे देशों ने अपने लोगों को यहां से निकाल लिया है, जबकि भारत की सरकार कुछ नहीं कर रही है।
नीचे देखें आखिर क्या है वरुण गांधी व छात्रा का आरोप-
https://twitter.com/varungandhi80/status/1498157231157948421?s=20&t=7vImjyZb4Iq_pltNuNE5kQ