आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लाख निर्देशों के बाद भी जनता को इंसाफ दिलाने में पुलिस की नाकामियां सामने आ रहीं हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला सोमवार को बाराबंकी कोतवाली क्षेत्र का सामने आया है। जहां दबंगों से परेशान परिवार ने पुलिस से न्याय न मिलने पर आज राजधानी लखनऊ के विधानसभा के सामने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। हांलाकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने समय रहते ही उन्हें पकड़ लिया।
बताया जा रहा है कि बाराबंकी कोतवाली क्षेत्र के लव खेड़ा बाग निवासी मोहम्मद नसीर ने सोमवार दोपहर विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। इस दौरान उसके साथ पत्नी रजिया बानो, मासूम बेटी सायरा व बेटे अजीम और सलीम भी थे। नसीर व परिवार के अन्य सदस्यों ने खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल लिया था। यह देख पुलिसकर्मियों ने उन्हें समय रहते रोका और सिविल अस्पताल पहुंचाया।
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पूछताछ के दौरा पीड़ित नसीर ने बताया कि साल 1997 में उसे सड़क किनारे पट्टे से जमीन आवंटित हुई थी, जिसपर उसकी फर्नीचर की दुकान थी, जिससे वह अपने परिवार का पेट पालता था। उसका आरोप है कि पार्षद शालू के पति प्रदीप ने सारा सामान फेंकवा दिया और सड़क की सरकारी जमीन बताकर कब्जा छीन लिया। नसीर का आरोप है कि दबंग उसे परेशान कर रहे हैं और इसकी शिकायत के बावजूद पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। इसके अलावा पीड़ित परिवार पिछले एक साल से उच्च अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक से गुहार लगा चुका है, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। साथ ही पीड़ित परिवार ने दबंगों से अपनी जान को खतरा भी बताया है।
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वहीं इंस्पेक्टर हजरतगंज राधा रमण सिंह ने बताया की नसीर की बाराबंकी कोतवाली क्षेत्र में फर्निचर की अस्थायी दुकान थी। उसका आरोप है कि जिसे दबंगों ने हटवा दिया था। आत्मदाह का प्रयास कर रहे पीडि़त परिवार का सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराने के बाद उन्हें बाराबंकी भिजवा दिया गया है। साथ ही घटना की उच्च अधिकारियों के अलावा बाराबंकी पुलिस को भी जानकारी दे दी गई है।