आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। योगी सरकार के सख्ती के लाख दावों के बाद भी पुलिस की मनमानी थमती नहीं दिखाई दे रही है। बुधवार को कुछ ऐसा ही मामला विधानसभा के सामने उस समय नजर आया, जब एक बुजुर्ग महिला ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने की कोशिश की। हालांकि हजरतगंज पुलिस की तेजी के चलते उसे बचा लिया गया है।
वहीं आत्मदाह की कोशिश करने वाली गोसाईगंज सिटकिहा गांव निवासी 60 वर्षीय ब्रजरानी का कहना था कि बीते अक्टूबर माह में दबंगों ने उसके बेटे संतोष कुमार को जहर देकर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने संतोष की लाश गांव के ही कुंए से बरामद की थी। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी थे, लेकिन गोसाईगंज पुलिस ने दबंगों पर कार्रवाई करने की जगह पूरे मामले को ठंड बस्ते में डाल दिया है। पुलिस का कहना है कि उसके बेटे की कुत्ते के दौड़ाने के बाद कुंए में गिरने से मौत हुई थी।
हजरतगंज पुलिस ने मामले से गोसाईगंज पुलिस को अवगत करा दिया है। दूसरी ओर पुलिस के आलाधिकारियों ने भी गोसाईगंज पुलिस को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
आरोपों के बारे में गोसाईगंज इंस्पेक्टर अजय प्रकाश त्रिपाठी का कहना था कि युवक की मौत ग्रामीणों के सामने कुत्ते के दौड़ाने के दौरान कुंए में गिरने से हुई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह डूबना ही आया है। हालांकि अभी मृतक के विसरा की रिपोर्ट नहीं आयी है। पुलिस मामले की जांच आज भी गंभीरता से कर रही है।