आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। एक ओर योगी सरकार किसानों के कर्ज माफ करने के कदम उठाने की बात कर रही है। वहीं दूसरी ओर आज ललितपुर निवासी एक किसान ने मुख्यमंत्री आवास के पास ही पेड़ पर चढ़कर जान देने की कोशिश की। किसान डेढ़ लाख का कर्ज नहीं माफ होने के साथ ही आवास नहीं मिलने से क्षुब्द्ध था।
हालांकि समय रहते किसान को पुलिस ने मासूम बेटे का वास्ता देकर नीचे उतार लिया। जिसके बाद गौतमपल्ली थाने में उससे पूछताछ करने के साथ ही ललितपुर प्रशासन से बातचीत कर उसे वापस भेज दिया गया।
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बताया जा रहा है कि ललितपुर जिले का रहने वाला किसान राम राज आज सुबह अपने सात वर्षीय बेटे मनीष के साथ पांच कालीदास स्थित सीएम आवास पर योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचा था। जहां सीएम के नहीं रहने के चलते उसकी मुलाकात नहीं हो सकी।
निराश राम राज पास में स्थित एक स्कूल के मैदान के पेड़ पर जा चढ़ा। पेड़ पर रामराज मफलर का फंदा बनाकर जान देने की बात करने लगा। मुख्यमंत्री आवास के पास करीब चालिस फिट की ऊंचाई पर किसान के आत्मघाती कदम उठाने का पता चलते ही हड़कंप मच गया।
देखते ही देखते गौतमपल्ली की पुलिस के साथ ही एएसपी पश्चिम, सीओ हजतगंज समेत सीएम आवास की सुरक्षा में तैनात कर्मी भी मौके पर पहुंच गए। सभी रामराज को नीचे आने के लिए मनाने लगे। जबकि किसान बैंक से लिए गए डेढ़ लाख रूपए के कर्जमाफी और आवास की मांग कर रहा था।
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कुछ ही देर में फॉयर ब्रिगेड की तीन गाडि़यां भी मौके पर पहुंच गयी। काफी मान-मनौव्वल पर भी बात नहीं बनती देख पुलिस कर्मियों ने समझदारी दिखाते हुए भावनात्मक कार्ड खेला और वहीं पर रो-रहे मासूम बेटे मनीष को आगे कर उसकी कसम राम राज को दी। साथ ही उसकी सभी मांग मानने का भी आश्वासन देते रहें। जिसके कुछ देर बाद ही राम राज नीचे उतरा तो अफसरों ने राहत की सांस ली। इस बीच सैकड़ों लोगों की भीड़ भी मौके पर जुटी रही।
एसओ गौतमपल्ली विजय सेन ने बताया कि बीपीएल कार्ड धारी राम राज खेती करता है। कुछ साल पहले उसने बैंक से डेढ़ लाख रुपए का कर्जा लिया था। योगी सरकार में अन्य किसानों का कर्जा माफ होने के बाद भी उसका कर्जा किसी कारण से माफ नहीं हो सका था।
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इसके अलावा राम राज का कहना था कि योग्य पात्र होने के बाद उसे ललितपुर में आवास नहीं दिया जा रहा है। ललितपुर प्रशासन से बात करने के साथ ही रामराज को बेटे के साथ उसके घर भेज दिया गया है।