आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी से बगावत करने वाले मनोज पांडेय की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। विधानसभा में विधान मंडल दल समाजवादी पार्टी के लगे नेम प्लेट में उनके नाम के ऊपर काली पट्टी लगा दी गई। सपा द्वारा उनको विधानसभा में मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी दी गई थी। अब उनके नाम के ऊपर काली पट्टी चिपका दी गई है। विधानसभा की गैलरी में सपा ने समाजवादी पार्टी विधान मंडल दल का एक नेम प्लेट लगाया गया है।
दरअसल नेम प्लेट में सबसे ऊपर अखिलेश यादव का नाम है और अखिलेश यादव के नाम के नीचे सपा नेता इंद्रजीत सरोज का नाम लिखा गया है। इंद्रजीत सरोज के नाम के आगे उपनेता लिखा गया है, जबकि इस लिस्ट में तीसरा नाम मनोज पांडेय का था। विधायक मनोज पांडेय के नाम के आगे मुख्य सचेतक लिखा गया था। अब इसी नाम के ऊपर काली पट्टी लगा दी गई है। काली पट्टी लगाए जाने के बाद अभी तक समाजवादी पार्टी के किसी वरिष्ठ नेता या फिर विधायक मनोज पांडेय के तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा चुनाव मतदान के दौरान उन्होंने भाजपा को क्रॉस वोटिंग की थी। उसके बाद से ही उन्होंने समाजवादी पार्टी से दूरी बना ली थी। इसके अलावा लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान अमित शाह की मौजूदगी में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता अभी ग्रहण कर ली थी। चुनाव के दौरान सपा द्वारा उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया, लेकिन अब लोकसभा चुनाव बीत जाने के बाद सपा द्वारा बागी विधायक मनोज पांडेय के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। मनोज पांडेय के अलावा अन्य विधायक भी राज्यसभा चुनाव के दौरान बागी हुए थे। कहा जा रहा है कि उनके खिलाफ भी पार्टी द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।