आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को एक बार फिर योगी सरकार को निशाने पर लिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा मंत्रिमंडल का विस्तार वोट पाने के लिए कर रही है। जनता के लिए मंत्री नहीं बनाए जा रहे हैं। जिन मंत्रियों को शपथ दिलाई है। वह बस नाम के मंत्री बने हैं।
अखिलेश यादव ने कहा है कि इस बार लोकसभा चुनाव संविधान, लोकतंत्र, किसानों और नौजवानों के भविष्य को बचाने का चुनाव है। चुनाव में एक तरफ समाजवादी पार्टी और सहयोगी दल हैं, जो बाबा साहब के संविधान और देश के लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, दूसरी तरफ भाजपा है जो संविधान और लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है। बाबा साहब ने जो संविधान दिया है वह सभी को बराबरी का हक देता है। गरीबों को आगे बढ़ने का अवसर देता है, लेकिन भाजपा भेदभाव करती है। देश की गंगा-जमुनी तहजीब को नष्ट कर रही है।
दरअसल सपा प्रमुख आज सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के निधन पर शोक जताने के लिए संभल के दीपा सराय स्थित उनके आवास पर आए थे। उन्होंने मीडिया से बातचीत के जवाब में कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार जाने वाली है। वोट पाने के लिए प्रदेश सरकार ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। मंत्री जनता की सेवा के लिए नहीं बनाए जा रहे हैं। अभी तो विभाग तय होने हैं। अधिकारियों की जिले स्तर पर तैनाती होनी है। इसमें काफी समय लगेगा और तब तक आचार संहिता लागू हो जाएगी। ऐसे में मंत्री बस नाम के मंत्री बने रहेंगे।
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वहीं संभल लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी की घोषणा करने के सवाल पर कहा कि अभी पार्टी मंथन कर रही है। जियाउर्रहमान बर्क के प्रत्याशी बनाए जाने के सवाल पर कहा कि सपा डॉ. बर्क के परिवार के साथ है। जल्द निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान आगरा में हुए मेट्रो के उद्घाटन पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह सभी काम सपा शासन के हैं। भाजपा ने इन कामों को करने में देरी की और सुस्ती से किए हैं।
शहराें के नाम बदलने पर कहा कि हम सत्ता में आए तो इन शहरों के नाम फिर बदल जाएंगे। इंडिया गठबंधन में प्रधानमंत्री का चेहरा कौन रहेगा। इस सवाल पर अखिलेश ने कहा कि यह बात में तय होगा। फिलहाल इंडिया गठबंधन के साथ सीटों का बंटवारा हो गया है। चुनाव में लगे हुए हैं। भाजपा को हटाकर इंडिया गठबंधन की सरकार आनी है।