आरयू वेब टीम। दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख करीब है। राजधानी में पांच फरवरी को वोटिंग होनी है। इसी बीच पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने बड़ा बयान दिया है। आप संयोजक ने कहा है कि ये चुनाव सिर्फ दिल्ली का नहीं, बल्कि देश बचाने का भी चुनाव है। साथ ही कहा कि दिल्ली की जनता के पास दो मॉडल हैं। पहला है केजरीवाल मॉडल जहां जनता का पैसा जनता पर खर्च होता है, जबकि दूसरा बीजेपी मॉडल है। जहां जनता का पैसा उनके अमीर दोस्तों की जेब में जाता है। अब दिल्ली की जनता को तय करना है कि उसे कौन सा मॉडल चुनना है।
केजरीवाल ने रविवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि मैंने कहा था कि ये चुनाव दिल्ली को बचाने का चुनाव नहीं है, बल्कि देश को बचाने का चुनाव है। ये चुनाव केवल आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच का चुनाव नहीं है। यह चुनाव दो किस्म की विचार धाराओं का चुनाव है। दिल्ली की जनता को यह तय करना है कि देश का और राज्य का पैसा कहां खर्च होना चाहिए और किस पर खर्च होना चाहिए। ये पैसा कैसे खर्च होना चाहिए ये चुनाव ये तय करने का चुनाव है।
साथ ही कहा कि इस पैसे को खर्च करने के दो तरीके है, इस पैसे से जनता के कल्याण की योजनाएं बनाई जाए और उसके ऊपर पैसे खर्च किए जाएं। स्कूल खोले जाएं, अस्पताल खोले जाएं और मोहल्ला क्लीनिक बनाएं जाएं। महिलाओं को बसों में सफर फ्री दिया जाए। सड़के-पानी और बिजली की व्यवस्था की जाए। सराकारी खजाना पूरा का पूरा जनता के कल्याण पर खर्च किया जाए और दूसरा तरीका पैसा खर्च करने का है कि अपने करीबी अबरपति दोस्तों के ऊपर के ये पैसा खर्च कर दिया जाए। अपने करीबी अरबपति दोस्तों को कर्जा दिया और उसके कुछ सालों बाद उस कर्जे को माफ कर दिया जाए।
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केजरीवाल ने आगे कहा कि जनता के कल्याण की तरफ अगर पैसा खर्च हो तो मैं इसे केजरीवाल मॉडल बोलूंगा और जो अरबपति दोस्तों पर पैसा खर्च करना चाहिए तो मैं उसको बीजेपी मॉडल बोलूंगा। पिछले पांच साल में बीजेपी की केंद्र सरकार ने अपने 400-500 दोस्तों के दस लाख करोड़ रुपये का कर्जा माफ कर दिया है।