आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। डॉ भीमराव अंबेडकर ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा योगदान देने के साथ ही देश के विकास को दिशा दी, लेकिन हमारे विश्वविद्यालय केवल डिग्री बांटने के साधन बन कर रह जाते हैं। विश्वविद्यालयों को इससे आगे बढ़ना होगा। विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में मौजूद लैब का ठीक इस्तेमाल होना चाहिए। जो सरकार के काम में मदद कर सकती है। इससे विश्वविद्यालयों को आर्थिक लाभ भी मिलेगा।
उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी(बीबीएयू) में पंडित दीनदयाल स्मृति उपवन और बायोटेक्नोलॉजी ब्लॉक का उद्घाटन कर सभागार में बैठे लोगों को संबोधित करते हुए कही।
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योगी डिजिटल इंडिया योजना की तारीफ करते हुए बोले की इसे अपना कर हम सरकारी योजनाओं में पड़ने वाले डाके को न सिर्फ रोक सकते हैं, बल्कि ऐसा करने से सिस्टम पारदर्शी बनेगा। योगी ने आगे कहा कि समाज की ज़रूरतों के बारे में शिक्षण संस्थाओं को सोचना चाहिए। इतना ही नहीं हर ज़रूरत के लिए सिर्फ सरकार की तरफ नही देखना चाहिए। बल्कि शिक्षण संस्थानों को अपने संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल भी करना चाहिए। इससे छात्रों को भी लाभ मिलेगा।
इस दौरान बीबीएयू में प्रथम उत्तर भारतीय विज्ञान कांग्रेस एनआईएससी 2018 का आयोजन किया गया है। जिसमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सहित बीबीएयू के वीसी व अन्य लोग मौजूद रहे।
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