आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सिंचाई व जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने मंगलवार को बाढ़ की स्थिति और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान योगी के मंत्री ने बाढ़ नियंत्रण पर बात करते हुए अपने स्टाफ को निर्देश दिया है कि तटबंधीय इलाकों में 24 घंटे कैंप लगाकर निगरानी करने के अलावा सुबह-शाम नदियों की पूजा भी करनी चाहिए। उनका मानना है कि इस तरह की नियमित पूजा से बाढ़ कम होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में जल संसाधन मंत्री महेंद्र सिंह ने बाढ़ रोकने के लिए सिंचाई विभाग को उन नदियों की नियमित पूजा करने के निर्देश दिए हैं, जहां जल स्तर बारिश के चलते हाल-फिलहाल में काफी बढ़ा है। विभाग के फील्ड स्टाफ को ये निर्देश दिया गया। मंत्री महेंद्र सिंह ने फील्ड स्टाफ से नदियों की पूजा करने और उन्हें फूल अर्पित करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं बलरामपुर की राप्ती नदी के कटान स्थल बेलहा चरनगहिया गांव के पास चल रहे बचाव कार्य का निरक्षण करने पहुंचे जलशक्ति मंत्री ने राप्ती नदी की विधिवत पूजा अर्चना की। मंत्री ने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी नदियां मां के समान है और यह पूरी मानवता को जीवन प्रदान करती हैं, इनकी निर्मलता एवं पवित्रता बनाये रखने के लिए सभी लोगों को जागरूक करना चाहिए। इसके बाद मंत्री ने 602.86 लाख रुपये की लागत से तटबंध को बचाने के लिए जीओ बैग, परक्यूपाइन व पैचिंग आदि कार्य की गुणवत्ता देखी।
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जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने ये भी बताया कि नदियों की पूजा कोई नहीं परंपरा नहीं है। ऐसा नदियों के आसपास रहने वाले ग्रामीण भी लंबे समय से करते आ रहे हैं। हिंदू परंपरा में नदियों को देवी के तौर पर मानते हैं और उनकी पूजा भी की जाती है। बाढ़ पर काबू करने के लिए भी फील्ड स्टाफ को भी ग्रामीणों की ही नदियों की पूजा करनी चाहिए।
इसके अलावा उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि तटबंध के संवेदनशील स्थानों पर कैम्प लगाकर 24 घंटे निगरानी रखी जाय। उन्होंने बाढ़ से संवेदनशील स्थलों व तटबंधों पर सीसीटीवी कैमरे व ड्रोन कैमरे से नजर रखने की हिदायत दी। साथ ही जलशक्ति मंत्री ने जनपद बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोण्डा, बाराबंकी व सीतापुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का किया हवाई सर्वेक्षण भी किया।