आरयू ब्यूरो, लखनऊ।
आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यूपी सरकार की लाल फीताशाही पर निशाना साधते हुए कहा है कि राज्य सरकार मुझे 27 अगस्त को नोटिस जारी कर 27 को ही सुबह 10 बजे हाजिर होने के लिए कहती है, लेकिन मुझे ये तीन सितंबर को दिल्ली में मिलती है। उन्होंने पत्रकार वार्ता में इस नोटिस को फाड़ते हुए कहा कि मैं इससे डरने वाला नहीं हूं।
उन्होंने कहा कि त्वरित संचार मीडिया के इस युग में ये नोटिस 31 अगस्त को लखनऊ से डाक द्वारा दिल्ली भेजी गई। दिल्ली के पते पर यह आज पहुंची। ये एफआईआर की कॉपी है, जो ऑफिस के मकान मालिक द्वारा दिलवाई गई है। इसमें मेरा नाम भी नहीं है। एक नाम और अज्ञात के खिलाफ दर्ज है, लेकिन ये मुझे भेजी गई।
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इसमें लिखा है कि 27 अगस्त को आपको थाने में हाजिर होना है। यदि आप नोटिस की शर्तों का पालन करने में असमर्थ रहेंगे तो आपको कानूनन गिरफ्तार करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ये धमकी पत्र एक राज्यसभा सांसद को भेजा गया है। इस तरह की धमकियां बेअसर है। राज्य सरकार मुझे डराने की कोशिश न करे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता प्रियंका कक्कड़, सह प्रभारी नदीम अशरफ , सह प्रभारी ब्रिज कुमारी मौजूद थीं।