आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने रविवार को योगी और मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। आज अपने एक बयान में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा योगी सरकार हर मोर्चे पर विफल है। प्रशासन पर उसका जरा भी नियंत्रण नहीं रह गया है, जिसके चलते हर तरफ अराजकता और जंगलराज है।
इस सरकार से किसान व नौजवान समेत सभी त्रस्त हैं। सुरक्षा नहीं मिलने के चलते आज जनता भी भयभीत हैं। अखिलेश ने सीएम योगी के एक बयान का जिक्र मीडिया से करते हुए कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री ने शपथ लेते ही बड़े दावे किए थे कि अब अपराधी या तो जेल में होंगे या फिर प्रदेश छोड़कर चले जाएंगे, लेकिन हकीकत यह है कि अब तो दूसरे राज्यों के अपराधी भी उत्तर प्रदेश को सुरक्षित पनाहगाह मानने लगे हैं।
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मासूम भाईयों के हत्याकांड का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि हाल ही में एमपी के सतना से अगवा दो जुडवां स्कूली बच्चों की लाशें बांदा में मिली। ये हत्याकाण्ड उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था का पर्दाफाश करता है। अपराधियों ने सतना से जुड़वां बच्चों श्रेयांस और प्रियांस का अपहरण किया और बांदा में लाकर उनकी हत्या कर दी। इससे जनता में आक्रोश है। साथ ही अफसोस इस बात का भी है कि अब मां-बाप बच्चों को स्कूल भेजने से भी डरेंगे।अखिलेश ने सवाल करते हुए आगे कहा कि देश की कानून-व्यवस्था अब इससे ज्यादा और क्या बिगडे़गी? उत्तर प्रदेश में पहले से ही महिलाओं और बच्चियों की आबरू सुरक्षित नहीं है।
किसानों की बात करते हुए अखिलेश बोले कि किसान भी अपने को अपमानित तथा ठगा महसूस कर रहे हैं। खेती का लागत मूल्य लगातार बढ़ रहा है। खाद, सिचांई, कीटनाशक सब मंहगे हैं और किसान उनकी खरीद में कर्जदार बनता जा रहा है। तंग आकर वह आत्महत्या कर रहा है। आज हमारा किसान बड़े पैमाने पर सरसों पैदा कर रहा है लेकिन सवाल यह है कि क्या उसे फसल का उचित मूल्य मिल सकेगा? वहीं आलू किसान को कुछ नहीं मिला। मक्का किसान खरीद केन्द्र ढूंढता रह गया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज शुरू की गयी किसान सम्मान निधि योजना पर भी सवाल उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि इन सबके बीच विडंबना है कि केन्द्र सरकार ने किसानों को मात्र छह हजार रूपए प्रतिवर्ष मदद देने की जो घोषणा की है, वह किसानों के साथ धोखा है। इस तरह तो किसान को 17 रूपए प्रतिदिन मिलेगा, जबकि न्यूनतम मजदूरी भी 150 रूपए है। यह किसान के साथ छलावा और उसके सम्मान के साथ खिलवाड़ है।