आरयू स्टेट डेस्क।
गाजियाबाद जनपद के साहिबाबाद इलाके में आज भोर में जैकेट फैक्ट्री में आग लगने के चलते 13 कारीगारों की जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई। इस भीषण अग्निकांड में कई अन्य बुरी तरह से झुलस गए है। करीब आधा दर्जन घायलों का इलाज दिल्ली के टीबीटी अस्पताल में किया जा रहा है। फैक्ट्री घनी आबादी के बीच संचालित की जा रही थी। वहां न तो कोई फायर फाइटिंग सिस्टम था और न ही आग लगने पर बाहर निकलने का इंतेजाम। यही वजह है कि आगजनी के बाद अंदर फंसे लोगों को बाहर निकलने तक का मौका नहीं मिला।
बताया जा रहा हैं कि आग की सूचना के डेढ़ घंटे के बाद फायर ब्रिगेड की गाडि़यां आधे-अधूरे इंतेजाम के साथ मौके पर पहुंची थी। लगभग चार घंटे के प्रयास से फायर ब्रिगेड की टीम ने आग बुझाई। घटना से इलाकाई लोगों में जबरदस्त गुस्सा हैं। भीषण अग्निकांड की जानकारी लगते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही कई जनप्रतिनीधि भी घटनास्थल पर पहुंचे।
गाजियाबाद के पुलिस अधिकारियों के अनुसार दिल्ली सीमा पर स्थित साहिबाबाद के जयपाल चौक, (शहीद नगर) स्थित फैक्ट्री में ठंड करीब होने की वजह से करीब डेढ़ दर्जन कारीगर लेदर व रैकसीन की जैकेट बनाते थे। भोर में करीब चार बजे धुंआ और लपटे उठती देख लोगों को घटना की जानकारी हुई। समझा जाता हैं कि आग लगने की वजह शार्टसर्किट हो सकती हैं। हालांकि फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम आगजनी के अन्य कारणों की भी पड़ताल कर रही है।
मृतकों में अधिकतर दूसरे जिले के निवासी
आगजनी में जान गंवाने वालों में निगेहबान खान, अहमद, मोबीन, नसीम, नाजिम, अलाउद्दीन, आमिर अली, जाकिर, शामुन, अंसार महमूद, जलाल ऊर्फ छोटे व आजाद खां शामिल है। इनमें से ज्यादातर कारीगर बरेली, मेरठ, खुर्जा व बुलंदशहर जनपद के रहने वाले है।