आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान मंडल के बजट सत्र में आज विधान परिषद में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल के बयान को लेकर जमकर हंगामा हुआ। सपा के साथ बसपा तथा कांग्रेस के सदस्यों ने इलाहाबाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में कैबिनेट मंत्री के अभद्र भाषण के विरोध में बवाल कर नारेबाजी की।
सदन की कार्रवाई शुरू होते ही, समाजवादी पार्टी और बसपा के नेता वेल में आकर विरोध करने के साथ ही उन्होंने मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की। हंगामे को देखते हुए 20-20 मिनट के लिए सदन को स्थगित किया गया, लेकिन भारी शोरगुल और हंगामे के बीच विधान परिषद को 12 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
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सदन में आज बजट पर चर्चा होनी है, लेकिन विपक्ष ने पहले ही साफ कर दिया था कि नंदी के बयान पर वह विरोध दर्ज कराएगा। इसके साथ ही कानून-व्यवस्था के मुद्दे समेत कई अन्य मामलों में योगी सरकार को घेरने की तैयारी की गई है।
वहीं विधानसभा में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सरकार की मंशा अपराधियों के खिलाफ खड़े होने की है ना कि उनके साथ। उन्होंने यह स्पष्ट करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हम यूपीकोका लाने की तैयारी में हैं लेकिन विपक्षी उसका विरोध कर रहा है। वहीं विधानसभा में कानून-व्यवस्था पर सरकार द्वारा उत्तर न देने पर सपा और बसपा ने विधानसभा का बहिष्कार किया।
बता दें कि रविवार को एक चुनावी जनसभा के दौरान नंद गोपाल नंदी ने अपने भाषण में मायावती को शूर्पणखा और मुलायम सिंह यादव को रावण बताने के साथ ही अन्य नेताओं की भी तुलना रामयण के किरदार से की थी। मामला सामने आने के बाद विपक्ष ने मंत्री के साथ ही योगी पर हमले तेज कर दिए हैं।
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