आरयू वेब टीम।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज लोकसभा में जानकारी दी कि इराक के मोसुल में वर्ष 2015 में लापता हुए 39 भारतीयों की मौत हो चुकी है। इराक में मारे गए भारतीयों के शव वापस भारत ले आने के लिए विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे।
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सुषमा स्वराज ने बताया कि विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने इराक में भारतीय राजदूत और इराक सरकार के एक अधिकारी के साथ बदूश शहर जा कर जब अपहृत भारतीयों की खोज शुरू की तब वहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि आइएसआइएस आतंकियों ने कुछ शव दफनाए हैं। उन्होंने बताया कि ‘डीप पेनिट्रेशन रडारों’ की मदद से पता लगाया गया कि जिस गड्ढे में शवों को दफनाए जाने की बात कही जा रही है, उसकी सच्चाई क्या है।
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रडारों से जांच करने पर पता चला कि गड्ढे में शव हैं। सुषमा ने बताया कि भारतीय अधिकारियों ने अपने इराकी समकक्षों से शव खोद कर निकालने का अनुरोध किया। खुदाई करने पर पूरे 39 शव मिले हैं। साथ ही कुछ पहचान पत्र, कड़ा, लंबे बाल और ऐसे जूते मिले जो इराकी नहीं थे। इन शवों को डीएनए जांच के लिए बगदाद भेजा गया।
डीएनए जांच में 38 भारतीयों का डीएनए मैच हो गया जबकि 39वें शव का डीएनए उसके करीबी रिश्तेदारों के डीएनए से 70 फीसदी मैच हो गया है। उन्होंने बताया कि विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह इन शवों को वापस भारत लाने के लिए इराक जायेंगे। शव लेकर विमान पहले अमृतसर फिर पटना और आखिर में कलकत्ता जाएगा।