आरयू वेब टीम। फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक व देश के जाने-माने पत्रकार मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस ने सोमवार को धार्मिक भावनाएं आहत करने और सौहार्द बिगाड़ने में बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी को लेकर ऑल्टन्यूज के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने कहा कि मोहम्मद जुबैर को एक अलग मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था, लेकिन इस मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रतीक ने आरोप लगाया कि उन्हें गिरफ्तारी के लिए कोई नोटिस नहीं दिया गया था। उनका कहना है कि बार-बार अनुरोध के बावजूद उन्हें एफआईआर की कॉपी भी नहीं दी जा रही है। आरोप है कि फैक्टचेक के नाम पर प्रोपेगेंडा वेबसाइट चलाई जा रही है। ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दर्जनों ट्वीट को डिलीट किए।
वहीं जुबैर के गिरफ्तारी की खबर आते ही सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में लोगों ने आवाज बुलंद की है। कुछ घंटों में अकेले ट्विटर पर लाखों ट्विट किए जा चुके थे। कार्रवाई को लेकर भाजपा सरकार पर निशाने साधने व जुबैर का समर्थन करने वालों में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव समेत विभिन्न पार्टियों के सैकड़ों नेता, बड़ी संख्या में पत्रकार और अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोग हैं। रात तक ट्विट पर #IStandWithZubair समेत पत्रकार के समर्थन में अन्य कई हैश टैग ट्रेंड कर रहे थे।
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वहीं पूर्व में भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने भी पुलिस से शिकायत की थी पैगंबर मोहम्मद मामले में जुबैर ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया। जिसके बाद कट्टरपंथियों से उन्हें धमकी मिली। जुबैर ने इससे पहले संत यति नरसिंहानंद, बजरंग मुनि और आनंद स्वरूप को ‘घृणा फैलाने’ वाला बताते हुए ट्वीट किया था।
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Every person exposing BJP's hate, bigotry and lies is a threat to them.
Arresting one voice of truth will only give rise to a thousand more.
Truth ALWAYS triumphs over tyranny. #DaroMat pic.twitter.com/hIUuxfvq6s
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 27, 2022
अच्छे नहीं लगते हैं उन झूठ के सौदागरों को सच की पड़ताल करने वाले… जिन्होंने अपनी आस्तीन में हैं पाले, नफ़रत का ज़हर उगलने वाले pic.twitter.com/JY7NlaCGUM
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 27, 2022
वह झूठ उजागर कर रहा था,तब उससे ख़तरा हो गया।धर्म के नाम पर नफ़रत के खेल को उजागर किया, तो उसी से नफ़रत हो गई। आहत भावनाओं के इस खेल में उन्हें ख़तरा नहीं जो झूठ के तंत्र के साथ हैं। ख़तरा उन्हें है जो झूठ को उजागर करते हैं। ज़ुबैर जेल में है। 1/2
— ravish kumar (@ravishndtv) June 27, 2022
.@zoo_bear ने बीते सालों में सैकड़ों बार फेक न्यूज की असलियत बताई . नफरत फैलाने वालों के खिलाफ मोर्चा खोला . उनके फर्जी औऱ जहरीले वीडियो की हकीकत दुनिया को बताई . नतीजा सामने है . बहाने तो पहले से तलाशे जा रहे थे कि कैसे उसे फंसाया जाए . अब तो गिरफ्तारी ही हो गई है . https://t.co/rVkBwZdBYm
— Ajit Anjum (@ajitanjum) June 27, 2022