आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद समाजवादी पार्टी और छोटी-छोटी पार्टियों के गठबंधन की डोर कमजोर पड़ती नजर आ रही है। वहीं आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में मिली हार के बाद सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर लगातार अखिलेश यादव पर निशाना साध रहें हैं। ऐसे में अब अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। ओम प्रकाश राजभर की नाराजगी पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आजकल राजनीति पीछे से ऑपरेट हो रही है, कई बार पीछे से ऑपरेट होने के चलते लोग बयान दे देते हैं।
अखिलेश यादव ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि हमें किसी के सलाह की जरूरत नहीं है। वहीं रामपुर और आजमगढ़ में प्रचार न करने पर अखिलेश ने कहा, ‘हमारे संगठन के लोगों ने कहा था कि आप प्रचार में मत आइए, हम चुनाव जीत जाएंगे, लेकिन हमें नहीं पता था कि जनता को वोट नहीं देने दिया जाएगा। लोगों को भ्रमित करने के लिए शराब बांटी जाएगी, पैसे बांटे जाएंगे, सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग होगा।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जातीय जनगणना होनी चाहिए, इससे सरकार को काम करने की नीति बनाने और उन तक उपलब्धियां पहुंचाने में आसानी होगी। अखिलेश यादव ने कहा कि मैं अग्निपथ योजना के पक्ष में नहीं हूं, अगर सरकार कारपोरेट टैक्स बढ़ा दे तो पैसे की कमी नहीं होगी, फ़ौज की नौकरी परमानेंट नौकरी होनी चाहिए।
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सपा सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए सदस्यता अभियान की शुरुआत की गई है, हम शहर-गांव और घर तक जायेंगे, संगठन के पूरे सिस्टम को डिजिटलाइस्ड करेंगे। अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में थी तो विरोधियों के पीछे सीबीआई और ईडी लगाती थी, उसी रास्ते पर भाजपा भी चल रही है।
विधानसभा चुनाव में हार पर सपा मुखिया ने कहा कि बड़े पैमाने पर समाजवादी पार्टी के वोटरों का नाम काटा गया था, भारतीय जनता पार्टी, जांच एजेंसियों का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग कर रही है, हमने इलेक्शन कमिशन से भी शिकायत की थी कि कैसे वोट नहीं डालने दिए गए, वोट काटे गए। गौरतलब है कि ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव को घर से निकलने की सलाह दी थी।