आरयू ब्यूरो, लखनऊ। भाजपा के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने रेल किराये में वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली छूट को खत्म करने के केंद्र सरकार के निर्णय पर शुक्रवार को सवाल उठाए। साथ ही भाजपा सरकार से सवाल कर कहा कि, रेल किराए में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट को खत्म करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उम्र के आखिरी पड़ाव पर अपने लोगों का साथ छोड़ देना असंवेदनशीलता है। साथ ही वरुण ने मोदी सरकार से इस फैसले पर फिर से विचार करने को कहा है।
वरुण गांधी ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से ट्वीट कर भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि रेल किराए में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट को खत्म करना दुर्भाग्यपूर्ण है। जब सांसदों को रेल किराए में मिलने वाली सब्सिडी जारी है तब देश के बुजुर्गों को मिलने वाली राहत हमें ‘बोझ’ लगने लगी? उम्र के आखिरी पड़ाव पर अपने लोगों का साथ छोड़ देना असंवेदनशीलता है। पुनर्विचार हो।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में संसद को सूचित किया था कि यात्रियों को रियायतें देने से रेलवे पर ‘भारी बोझ’ पड़ता है। उन्होंने सभी श्रेणियों में यह सुविधा बहाल करने से इनकार कर दिया था। महिला वरिष्ठ नागरिकों को सभी श्रेणी के रेल किराये में 50 प्रतिशत की छूट मिलती थी, जबकि पुरुषों और समलैंगिकों के मामले में यह रियायत 40 प्रतिशत थी। किसी महिला के लिए रियायत का लाभ उठाने की न्यूनतम आयु सीमा 58 साल, जबकि पुरुषों के लिए 60 वर्ष थी।
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वरुण गांधी ने एक और ट्वीट कर सरकार से सवाल किया कि, जब घरेलू फ्लाइट्स की कीमतें लगभग दोगुनी हो चुकी हैं तब तकनीकी खराबी की वजह से देशभर में लगातार विमानों की आपातकाल लैंडिंग के समाचार मिल रहे हैं।
गत दो महीनों में ही 17 उड़ानें प्रभावित हुई जो बेहद चिंताजनक है। डीजीसीए को सख्ती दिखानी होगी…क्या हम किसी बड़ी घटना के इंतजार में हैं? सांसद वरुण गांधी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से कड़े कदम उठाने का आग्रह किया और पूछा कि क्या वह किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है।