आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष से किनार कर भाजपा का समर्थन करने वालीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर विपक्षी दलों को झटका दिया है। मायावती ने उपराष्ट्रपति चुनाव में भी एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को समर्थन देने का मंगलवार को ऐलान किया है। अपने फैसले के पीछे मायावती ने तर्क देते हुए कहा है कि बसपा ने जनहित व अपने मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए जगदीप धनखड़ को समर्थन देने का फैसला लिया है।
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ट्विटर पर काफी सक्रिया मायावती ने आज इस फैसला का ऐलान भी ट्विट कर किया है। बसपा सुप्रीमो ने आज अपने पहले ट्विट में कहा कि, सर्वविदित है कि देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में सत्ता व विपक्ष के बीच आम सहमति ना बनने की वजह से ही इसके लिए फिर अन्ततः चुनाव हुआ। अब ठीक वही स्थिति बनने के कारण उपराष्ट्रपति पद के लिए भी छह अगस्त को चुनाव होने जा रहा है।
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वहीं दूसरे ट्विट में मायावती ने अपने अंदाज में बातों को और विस्तार देते हुए कहा कि बीएसपी ने ऐसे में उपराष्ट्रपति पद के लिए हो रहे चुनाव में भी व्यापक जनहित व अपनी मूवमेंट को भी ध्यान में रखकर जगदीप धनखड़ को अपना समर्थन देने का फैसला किया है तथा जिसकी मैं आज औपचारिक रूप से घोषणा भी कर रही हूं।
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दूसरी ओर मायावती के इस फैसले के बाद लोगों ने ट्विटर पर ही उन्हीं ट्रोल करना भी शुरू किया दिया है। अधिकतर लोगों का मानना था कि उन्हें यह बात पहले से ही पता थी और मायावती ने एक बार फिर ईडी से डरते हुए भाजपा का समर्थन किया है। असल में बसपा अपने मूवमेंट से भटक चुकी है। वहीं कुछ सोशल मीडिया यूजर मायावती के इस फैसले को दूर की कौड़ी भी मान रहें हैं।