आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही बीजेपी की सरकारों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आज एक बयान जारी कर राजस्थान के साथ ही दूसरे बीजेपी शासित राज्य छत्तीसगढ़ से सरकारी मदद वाले गौशालाओं में गायों के बुरे हाल में रहने की वजह से हजारों गायों की मौत की खबर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी सरकार में ‘गुड गवरनेंस’ का जो बुरा हाल है उससे इंसानी जान व माल खतरे में है। इसकी कोई कीमत नहीं रह गयी है।
पीएम पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा कार्यालय में अभी हाल ही में बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की जिस बैठक की अध्यक्षता की है उसमें देशहित के ज्वलंत मुद्दों के साथ गौसेवा के खास मुद्दे पर चर्चा नहीं करना दुःखद व निन्दनीय है।
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‘गौसेवा’ से सम्बन्धित योजनाओं की दयनीय स्थिति व इसमें हो रहे भारी भ्रष्टाचार की समीक्षा करके बीजेपी सरकारों को कम-से-कम ‘गौमाता’ की सुरक्षा व उनके जीवन से जुड़ी योजनाओं में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाकर गौशालाओं को जिन्दा बूचड़खाना बनने से रोककर लोगों की भावनाएं आहत होने से बचाएं।
मायावती ने सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में खासकर हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में सरकारी धन का गबन करके गौमाताओं पर जो क्रूरता की जा रही है, जिससे सैकड़ों गौमाताएं बेमौत मर रही हैं। इसके प्रति बीजेपी सरकार जवाबदेह क्यों नहीं है?
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बसपा सुप्रीमो ने तंज कसते हुए कहा कि वैसे तो ‘गौमाता’ को भी राममन्दिर की तरह राजनीतिक, साम्प्रदायिक व जातिवादी मुद्दा बना दिया है, परन्तु गौसेवा के मामले में इतनी क्रूरता व लापरवाही क्यों?
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि संघ व बीजेपी एण्ड कम्पनी के अतिचारी लोग सरकारी संरक्षण में ‘गोहत्या’ के नाम पर खासकर दलितों व मुस्लिम समाज के लोगों को आए दिन आरोपित ठहराया जाता है। उनके साथ जुल्म-ज्यादती करने के अलावा पीट-पीटकर उनकी हत्या में भी धर्म की सेवा समझी जाती है, जिससे पूरे देश में आतंक व भय का माहौल बनाया है।
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देश में खासकर दलित व मुस्लिम समाज के लोग अपना रास्ता खुद निकालने में सक्षम है, क्यांकि उन्हें बीजेपी से इंसाफ मिलने की उम्मीद न तो पहले थी और ना तो अब है बल्कि बीजेपी सरकारों की जातिवादी व साम्प्रदायिक, गलत नीतियों व कार्यकलापों से अब पूरे देश को यकीन हो गया है कि बीजेपी इन्हें दोबारा से लाचार व गुलाम बनाकर इन वर्गों के करोड़ों लोगों को आतंक व भय के साये में रखने के अपने गुप्त एजेण्डे पर लगातार काम कर रही है, जिसका मुकाबला करने के लिए बसपा लगातार संघर्षरत है तथा आने वाले दिनों में अपने संधर्ष को और तेज करेगी।