आरयू ब्यूरो, सिकंदरपुर/लखनऊ। सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने शनिवार को तंज कसते हुए कहा कि प्रसपा व सपा के साथ आने से पार्टी को कुछ हासिल नहीं होगा। राजभर ने दावा किया है कि मैनपुरी में सपा को मुलायम सिंह यादव के निधन से उपजी सहानुभूति का लाभ मिला है। राजभर का इशारा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की ओर था।
सुभासपा अध्यक्ष राजभर ने शनिवार को जिले के सिकंदरपुर में पार्टी के एक कार्यक्रम से इतर मीडिया से बातचीत करते हुए यूपी विधानसभा चुनाव का हवाला देकर कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव व शिवपाल सिंह यादव मिलकर चुनाव लड़े थे, दोनों नेता पहले से ही साथ हैं। उन्होंने दावा किया कि मैनपुरी में सपा को लोकसभा के उप चुनाव में मुलायम सिंह के निधन से उपजी सहानुभूति लहर का लाभ मिला है।
उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव मैनपुरी में लोकसभा का पिछला चुनाव सपा व बसपा गठबंधन से लड़े थे और तकरीबन 95 हजार मतों के अंतर से जीते थे। डिंपल यादव दो लाख 88 हजार से अधिक मतों के अंतर से विजयी हुई हैं तो स्पष्ट है कि उनकी विशाल जीत में सहानुभूति लहर का योगदान है।
यह भी पढ़ें- अखिलेश यादव नहीं चाहते परिवार रहे एक, ओपी राजभर ने सपा अध्यक्ष पर फिर साधा निशाना
सुभासपा प्रमुख ने कहा कि मैनपुरी में मुस्लिम समाज ने सपा का समर्थन किया तथा सपा चुनाव जीत गई, लेकिन रामपुर में यादव समाज ने भाजपा के पक्ष में मतदान कर दिया। इसके कारण रामपुर में पहली बार गैर मुस्लिम विधायक निर्वाचित हुआ है। गौरतलब है कि रामपुर विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के आकाश सक्सेना ने सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान की पसंद के सपा उम्मीदवार आसिम राजा को हराकर यह सीट जीत ली।