आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अटल जी कहा करते थे आदमी न बड़ा होता है न छोटा होता है, आदमी सिर्फ आदमी होता है, श्रमिक राष्ट्र का निर्माता है, अपनी मेहनत पसीने से राष्ट्र के निर्माण मे सहयोग देता है, लेकिन उसकी जिंदगी खाना बदोश होती है। आज यहां कल कही और होगा, उसके पीछे उसके बच्चे भी ऐसे ही सफर करते है, उनके बच्चों के लिए ये अटल आवासीय विद्यालय होगा। यहां से छात्र छह वर्ष बाद जब बाहर निकलेगा तो एक स्वावलंबी आत्मनिर्भर होकर निकले यही लक्ष्य है।
उक्त बातें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ में अटल आवासीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को एडमिशन किट का वितरण कर अपने संबोधन में कही। सीएम ने कहा कि हमको लकीर का फकीर नही बनना है, हमको अभिनव प्रयोग करना होगा। हमारी समस्या यह है कि हर व्यक्ति दूसरे पर निर्भर हो जाता है, सरकार संस्थान तो निर्माण करवा देती है, सुविधा देती है, लेकिन उसका उपभोग करने वाले पानी की टोंटी बंद नही करते, यह कहने का आशय है कि उपभोग करने वालों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
इस दौरान सीएम योगी ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों, प्रशासनिक अधिकारियों, शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं से संवाद भी किया। योगी ने अटल आवासीय विद्यालय परिचायिका का विमोचन व वेबसाइट की लॉन्चिंग भी की। साथ ही राजधानी लखनऊ में आज कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा आज एक शुभारंभ हो रहा है, ये श्रद्धेय अटल जी को श्रद्धांजलि है व दीनदयाल जी के अंत्योदय क सिद्धांत का प्रयोग है।
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यूपी सरकार अटल आवासीय विद्यालय पहले चरण में 18 कमिश्नरी मे शुरु हो रहा है, इसका विधिवत उद्घाटन होगा। इससे पूर्व जो टीम हिस्सा बनेगी आज उससे संवाद का कार्यक्रम है। सीएम ने कहा की कोरोना काल मे जिन बच्चों ने अभिभावक को खोया है उनके लिए हमने बाल सेवा योजना शुरु की उन्हें भी इसमें प्रवेश का लाभ दिया जाएगा। अटल आवासीय योजना के बारे में कहा कि इस योजना के अगले चरण में इसका विस्तार होगा। बचे हुए 57 जिलों में भी इस आवासीय विद्यालय का निर्माण होगा। इसमें सामान्य बच्चों का भी प्रवेश किया जाएगा।