आरयू वेब टीम। चुनाव आयोग राजनीतिक दलों, प्रत्याशियों के साथ शरारती तत्वों की ओर से मिलने वाली झूठी शिकायतों से परेशान है। चुनाव आयोग ने ऐसी झूठी शिकायतों व अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने की तैयारी का दावा किया है। इसके लिए मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना व मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयुक्त ने नई गाइडलाइन जारी की है।
जिसके आधार पर किसी शरारती तत्व ने चुनाव के दौरान झूठी शिकायतों व अफवाह फैलाई, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। चुनाव आयोग ने बताया यदि किसी के द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत गलत निकली या फिर शिकायत किसी को परेशान करने के लिए की जा रही है, ऐसे में शिकायतकर्ता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उसके खिलाफ आपराधिक मामले भी दर्ज किए जा सकते है।
चुनाव आयोग की मानें तो किसी भी तरह की गड़बड़ी या फिर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर नजर रखने के लिए पर्यवेक्षकों की एक बड़ी टीम तैनात की जाती है। इसके बावजूद भी चुनाव आयोग ने चुनावों में जनता की भागीदारी को बढ़ाने के लिए सी-विजिल जैसी पहल भी की है, जिसमें चुनावों में किसी को कहीं भी किसी तरह की गड़बड़ी दिखने पर वह एप पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। ऐसी शिकायतों के मिलने के बाद चुनाव आयोग दो घंटे से भी कम समय में कार्रवाई भी शुरू कर देता है। साथ ही इसकी जानकारी शिकायतकर्ता को भी दी जाती है।
यह भी पढ़ें- MP-राजस्थान व छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में चुनावी तारीखों का ऐलान, तीन दिसंबर को आएंगे नतीजे
फिलहाल आयोग ने पांचों चुनावी राज्यों के अधिकारियों को झूठी शिकायतों को लेकर सतर्क किया। अब तक आयोग ऐसी शिकायतों के जांच में गलत पाए जाने के बाद उन्हें भूल जाता था और शिकायत करने वाले लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती थी, इस वजह से अधिकारियों को झूठी शिकायतों के खिलाफ कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए।