आरयू वेब टीम। दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शुक्रवार को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में पहुंच गई है जिसके चलते दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज प्रदूषण के संबंध में लिए गए कदमों के बारे में जानकारी दी, जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली में 14 कार्यों पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए स्कूलों को फिलहाल बंद रखने का निर्णय लिया गया है। आगे स्कूल खोलने को लेकर सोमवार को निर्णय लिया जाएगा। साथ ही प्रदूषण पर रोकथाम के लिए पड़ोसी राज्यों को भी सक्रिय होना पड़ेगा। दिल्ली में 69 प्रतिशत प्रदूषण दूसरे राज्यों से ही दिल्ली में आ रहा है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं।
अपनाए ये उपाए
दिल्ली में पांच नवंबर तक स्कूल बंद, इस दौरान निर्माण कार्य भी बंद रहेंगे।
बीएस तीन पेट्रोल और बीएस चार डीजल के वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
सड़कों की सफाई के लिए 52 मशीनें आठ घंटे की जगह 12 घंटे काम करेंगे।
सड़कों पर पानी के छिड़काव के लिए 300 से अधिक टैंकर लगाए गए हैं।
डीटीसी की बसों को 4000 चक्कर बढ़ाने और मेट्रो के चक्कर बढ़ाए गए हैं।
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इन कामों को किया गया बैन
1. बोरिंग, ड्रिलिंग, खुदाई-भराई पर रोक
2. निर्माण कार्यों पर लगी रहेगी रोक
3. BS3, BS4 और डीजल वाहनों पर रोक
4. कच्चे माल की आवाजाही पर रोक
5. बिल्डिंग की तोड़फोड़ पर रोक
6. सड़क को पक्की करने के काम पर रोक
7. निर्माण संबंधी सामग्री की लोडिंग-अनलोडिंग पर रोक
8. पत्थरों और टाइल्स को काटने पर रोक
9. पेंटिंग के कामों पर रोक
10. सीवर लाइन और ड्रेनेज के कामों पर रोक
11. बैचिंग प्लांट के संचालन पर रोक
12. पाइलिंग के कामों पर रोक
13. कच्ची सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर रोक
14. वाटर प्रूफिंग के कामों पर प्रतिबंध।