आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। कल घर से निकले 24 वर्षीय युवक की बदमाशों ने बीती रात चिनहट इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी। आज दोपहर विकल्प खण्ड स्थित सीबीसीआईडी कार्यालय से कुछ कदमों की दूरी पर भरवारा झील के किनारे युवक की लाश मिलने पर परिजनों में रोना-पीटना मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और एफएसएल की टीम ने छानबीन के बाद लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
युवक को सिर के साथ ही ठुड्डी के नीचे भी गंभीर चोट के निशान थे। समझा जा रहा है बदमाशों ने गोली मारने के साथ ही युवक पर धारदार हाथियार से भी हमला किया होगा। हालांकि पुलिस पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या की सही वजह बताने की बात कह रही है। वहीं मृतक का मोबाइल भी गायब है।
आज दोपहर करीब डेढ़ बजे भरवारा झील के किनारे झाडि़यों में 24 वर्षीय युवक की रक्तरंजित लाश मिलने पर आसपास के लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस के साथ ही इस बीच मौके पर पहुंचे मल्लहौर पुरवा निवासी सोनू पाल ने मृतक की पहचान अपने भाई मोनू के रूप में की।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मृतक के सिर के पिछले हिस्से में धारदार हाथियार से किए गए वार के निशान थे, साथ ही गर्दन के ऊपरी हिस्से में सुराख जबकि कान के ऊपर भी एक होल था। समझा जा रहा था कि बदमाशों ने सिर पर वार करने के साथ ही ठुड्डी के नीचे गोली मारी होगी जो कान के ऊपर से पार हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार कृपाशंकर पाल का बेटा मोनू पाल ई रिक्शा चलाने के साथ ही चिनहट के मल्लहौर पुरवा स्थित वेद प्रकाश के खाली प्लॉट पर झोपड़ी बनाकर पत्नी सुनीता व चार वर्षीय बेटे सुमित के अलावा दो भाई सोनू और अरुण के साथ रहता था।
पुलिस सक्रिय होती तो शायद जिंदा होता मोनू
गुमशुदगी के मामले में एक बार फिर राजधानी पुलिस का बेहद लापरवाह नजरिया सामने आया है। मृतक के भाई सोनू ने मीडिया को बताया कि कल शाम करीब छह बजे मोनू घर से निकला था। जिसके बाद उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। रात दस बजे कॉल करने पर मोबाइल बंद बता रहा था। जिसके बाद वह भाई का पता करने की गुहार लगाने चिनहट कोतवाली पहुंचा था, लेकिन कोतवाली में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे सुबह आने की बात कहकर टरका दिया।
वह आज सुबह भी कोतवाली तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कराने गया था, लेकिन पुलिस ने तहरीर रखते हुए उसे एक बार फिर लौटा दिया। वहीं लाश मिलने की जानकारी पर वह घटनास्थल पर पहुंचा तो पुलिस वालों ने कोतवाली जाकर गुमशुदगी की कॉपी लेने के लिए कह दिया। जबकि पुलिस अगर सक्रिय होती तो शायद आज उसका भाई जिंदा होता।
गायब था मोबाइल, करीबी पर शक
मृतक के मामा रंजीत ने बताया कि मोनू अधिकतर समय अपने काम से काम रखता था। उसने घरवालों को कभी किसी से दुश्मनी होने की बात भी नहीं बताई। परिजनों के बयान पर पुलिस अंदाजा लगा रही है कि मोनू की हत्या उसके ही किसी करीबी ने की होगी।
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किसी से दुश्मनी की बात सामने नहीं आने के साथ ही मृतक की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के चलते पुलिस इस मामले को अवैध संबंध से जोड़कर देख रही है, मोनू के मोबाइल का गायब होना भी कुछ-कुछ इसी ओर इशारा कर रहा है। हालांकि पुलिस की जांच अन्य बिंदुओं पर भी चल रही है।
मामला अवैध संबंध के साथ ही पैसे के लेने-देने से भी जुड़ा हो सकता है। पुलिस सभी संभावित बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच करने के साथ ही गायब मोबाइल का भी पता लगा रही है। इसके अलावा गुमशुदगी दर्ज करने में अगर चिनहट पुलिस की ओर से लापरवाही की गई है तो इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। अनुराग वत्स, एएसपी नार्थ
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