आरयू ब्यूरो, लखनऊ। नियुक्ति के लिए करीब 580 दिनों से लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने आज पांच कालीदास सीएम आवास के बाहर प्रदर्शन किया। कड़कड़ाती ठंड में सैकड़ों की संख्या में दलित व ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों ने सीएम से नियुक्ति की मांग करते हुए योगी जी न्याय करो और अयोध्या जाएंगे राम जी को बताएंगे जैसी नारेबाजी की।
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वहीं मुख्यमंत्री आवास के पास प्रदर्शन की जानकारी लगते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। कुछ ही देर में कई गौतमपल्ली व हजरतगंज समेत अन्य थानों की पुलिस व कई अफसर मौके पर पहुंच गए। इस दौरान अधिकारियों ने अभ्यर्थियों को वहां से जाने के लिए मनाने लगे, लेकिन डेढ़ साल से भी ज्यादा समय से नियुक्ति के लिए परेशान अभ्यर्थी शांतिपूर्वक अपनी मांग पर अड़े रहें।
दलित-ओबीसी नेताओं की नहीं निकल रही बोली
इस दौरान अभ्यर्थियों ने भाजपा सरकार में बैठे पिछड़े व दलित नेताओं पर भी सवाल उठाया। उनका कहना था कि पिछड़ों-दलितों के अधिकारों के नाम वोट तो ले लिए गए, लेकिन आज जब उनका साथ अत्याचार हो रहा है तो इन नेताओं के मुंह से बोली नहीं निकल रही।
दो साल में लिस्ट से आगे नहीं बढ़ी बात
प्रदर्शनकारियों में कई महिला अभ्यर्थी और उनके साथ मासूम बच्चे भी थे। उनका कहना था कि अधिकारियों ने 69 हजार शिक्षक भर्ती में पहले तो धांधली कर उन लोगों के अधिकार छीन लिए। बाद में आरक्षण घोटाला किए जाने की बात मानी गयी और 6800 दलित व ओबीसी अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने के लिए सूची भी जारी की गयी, लेकिन करीब दो साल बीतने जा रहा पर अधिकारी लिस्ट से आगे नहीं बढ़ रहें, जबकि इस बारे में सीएम योगी आदित्यनाथ खुद भी उन लोगों को नियुक्ति देने की बात कह चुके हैं।
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वहीं अभ्यर्थियों के नहीं हटने पर पुलिस ने बलपूर्वक उन्हें वाहनों में भरकर एक बार फिर ईको गार्डेन पहुंचाया। इस दौरान जोर जबरदस्ती देख कई महिला अभ्यर्थी रो भी पड़ी, हालांकि उनको भी सीएम आवास के पास से हटना ही पड़ा।