आरयू वेब टीम। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को मंदिर में जाने से रोकने का मामला अभी ठंड भी नहीं हुआ था कि अब कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ असम से गुवाहाटी में प्रवेश करने की कोशिश की गयी है। पुलिस-प्रशासन राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के हजारों समर्थकों व कार्यकर्ताओं को रोक दिया है। इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को राज्य पुलिस से राहुल गांधी के खिलाफ ‘भीड़ को उकसाने’ के लिए मामला दर्ज करने को कहा।
मिली जानकारी के मुताबिक ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गुवाहाटी में प्रवेश करने से रोक दिया गया। जिसका विरोध करते हुए कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता पुलिस अधिकारियों से इसकी वजह पूछते हुए भिड़ गए और पुलिस अवरोधकों को तोड़ दिया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।
हिमंता ने अपने पोस्ट में लिखा कि ये असमिया संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं। हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं। ऐसी “नक्सली रणनीति” हमारी संस्कृति से पूरी तरह अलग हैं। उन्होंने कहा कि मैंने डीजीपी असम पुलिस को भीड़ को उकसाने के लिए आपके नेता राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने और आपके द्वारा अपने हैंडल पर पोस्ट किए गए फुटेज को सबूत के रूप में उपयोग करने का निर्देश दिया है। आपके अनियंत्रित व्यवहार और सहमत निर्देशों के उल्लंघन के परिणामस्वरूप अब गुवाहाटी में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम हो गया है।
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बता दें कि गुवाहाटी सीमा के करीब एक सभा को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता कभी भी नियम नहीं तोड़ेंगे और कानून-व्यवस्था को बाधित नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि असम के सीएम, केंद्रीय गृह मंत्री और पीएम नियम तोड़ सकते हैं, लेकिन हम (कांग्रेस) ऐसा कभी नहीं करेंगे। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता ‘बब्बर शेर’ हैं। गुवाहाटी के लिए रवाना होने से पहले, पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के सीएम को उन्हें छात्रों से मिलने से रोकने का निर्देश दिया, जो आज के लिए निर्धारित था।