आरयू वेब टीम। किसान संगठनों ने केंद्र सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का मूड बना लिया है। इसी को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है। राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा, ‘आगामी 16 फरवरी को भारत बंद बुलाया गया है, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के साथ और भी बहुत सारे संगठन शामिल हैं।’
दुकानें भी बंद रखने का किया अनुरोध
टिकैत ने आगे कहा, ‘मेरी सभी किसानों से अपील है कि 16 फरवरी को एक दिन के लिए खेत में काम न करें। पहले भी जब अमावस्या होती थी तो किसान एक दिन काम के लिए खेतों में नहीं करते थे और 16 फरवरी किसानों के लिए अमावस्या की तरह है। किसान हड़ताल करेंगे तो देश में बड़ा मैसेज जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमने साथ ही दुकानों को भी बंद रखने का अनुरोध किया है।
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इस प्रदर्शन में एमएसपी, बेरोजगारी, अग्निवीर, पेंशन आदि मुद्दे उठाए जाएंगे। ये प्रदर्शन मजदूर विरोधी, किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी नीतियों के खिलाफ है।’ राकेश टिकैत ने ट्रांसपोर्टर्स से भी एक दिन के लिए बंद रखने और अन्य संगठन से भी इसमें साथ देने की अपील की है। इससे पहले ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों के एक संयुक्त मंच ने बयान जारी कर 16 फरवरी को भारत बंद की घोषणा की थी।
इन संगठनों ने एमएसपी पर फसल खरीद की गारंटी, अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने और उन पर मामला दर्ज करने, छोटे और मध्यम किसान परिवारों का लोन माफ करने और श्रमिकों के लिए 26,000 रुपये प्रति माह न्यूनतम मजदूरी की मांग की है।