आरयू ब्यूरो,
वाराणसी। ठुमरी गायिका पद्म विभूषण गिरिजा देवी के नाम पर सांस्कृतिक संकुल का नाम रखा जाएगा। इस बात की घोषणा बुधवार को वाराणसी पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है।
विभिन्न योजनाओं का लोकापर्ण और शिलान्यास के लिए सांस्कृतिक संकुल पहुंचे योगी के साथ कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय, मंत्री नीलकंठ तिवारी समेत तमाम विधायक व मंत्री भी मौजूद रहे। योगी ने कहा कि गिरिजादेवी अपने आप में संगीत की एक विरासत थी। सांस्कृतिक संकुल का नाम गिरिजा देवी होना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
वहीं सांस्कृतिक संकुल को नए सिरे से संवारने की बात करते हुए सीएम ने कहा कि इसे आधुनिक बनाया जाएगा जिससे कि यहां पर बड़े सांस्कृतिक आयोजन किए जा सकें। उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रशासन प्रस्ताव बनाकर भेजे।
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साथ ही कार्यक्रम की शुरूआत में ही उन्होंने गिरिजा देवी के निधन पर शोक जताने के साथ ही कहा कि यह संकुल अब गिरिजा देवी के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि वह देव दिपावली पर काशी आने की कोशिश करेंगे।
इससे पहले आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में पहुंचने के साथ ही योगी आदित्यनाथ सर्किट हाउस गए। यहां मुख्यमंत्री के साथ तमाम विधायक और पार्टी पदाधिकारियों का एक काफिला भी रहा। जिससे सर्किट हाउस पर सुरक्षाकर्मियों से अंदर जाने को लेकर थोड़ा विवाद भी हुआ।
वकीलों के प्रतिनिधिमण्डल को दिलाया भरोसा
वहीं तय कार्यक्रम के अनुसार सर्किट हाउस में सीएम ने अधिवक्ताओं के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल से मुलाकात की। वकीलों की समस्या सुनने के बाद उन्हें भरोसा दिलाया कि कोर्ट परिसर को स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। कोर्ट की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग यहीं बनेगी। इसके लिए जमीन की उपलब्धता पर भी चर्चा हुई।
मोरारी बापू के कार्यक्रम में भी लिया भाग
यहां से सीएम योगी गंगा उस पार डोमरी पहुंचे। संत मर्मज्ञ मोरारी बापु ने सीएम योगी को सीएम योगी ने बापु को अंगवस्त्र प्रदान किए। सीएम योगी ने यहां करीब एक घंटा राम कथा का श्रवण किया।
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