आरयू वेब टीम। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती शनिवार को धरने पर बैठ गईं। महबूबा ने आरोप लगाया कि वोटिंग प्रक्रिया में भागीदारी को रोकने के लिए उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
कुछ अधिकारी महबूबा मुफ्ती को धरना खत्म करने के लिए मनाने आए। तो उन्होंने उनसे पूछा, “मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं और मतदान एजेंटों को क्यों गिरफ्तार किया गया? क्या वोटिंग प्रक्रिया में भागीदारी ही सरकार का लक्ष्य है?” उन्होंने कहा, “मैं सुबह से कोई कॉल नहीं कर पाई हूं। अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग के दिन सर्विस को अचानक निलंबन करने का कोई स्पष्टीकरण नहीं है।”
महबूबा मुफ्ती ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण होने से बचाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। साथ ही पीडीपी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि हमारे पीडीपी पोलिंग एजेंटों को निशाना बनाया जा रहा है और गिरफ्तार किया जा रहा है। हमारे द्वारा कारण पूछे जाने पर कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। यदि वे मेरे संसद जाने से इतना डरते हैं, तो एलजी साहब को मुझे चुनाव नहीं लड़ने देना चाहिए।