सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने मांगा डिप्टी स्पीकर पद, NEET, कांवड़ यात्रा व CBI-ED को इस्‍तेमाल का मुद्दा भी उठा

सर्वदलीय बैठक

आरयू वेब टीम। संसद के मानसून सत्र और बजट से पहले पार्लियामेंट हाउस में रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। बैठक में कांग्रेस ने लोकसभा के डिप्टी स्पीकर का पद मांगा। साथ ही कहा- नीट मामले में लोकसभा में चर्चा हो। कांवड़ यात्रा रूट की दुकानों पर नेम प्लेट और सीबीआइ-ईडी के इस्‍तेमाल के तरीके को लेकर भी मुद्दा उठा।

बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ये भी दावा किया कि जदयू ने भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। सत्तारूढ़ एनडीए में एक प्रमुख सहयोगी जेडी(यू) ने हाल ही में बिहार के लिए विशेष श्रेणी का दर्जा या पैकेज की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था। राजद सांसद ने संसद में विपक्षी सांसदों को भी बोलने की मंजूरी देने की अपील की।

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने नीट-यूजी का मुद्दा उठाया। साथ ही ईडी, सीबीआइ जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्ग पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर नामपट्टिकाओं का मुद्दा उठाया।

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बैसाखियों पर टिकी है और संविधान, उसके मूल्यों और परंपराओं की हत्या कर रही है। जिस तरह से संविधान निर्माता बी.आर. अंबेडकर और महात्मा गांधी की प्रतिमाओं को यहां से हटाया गया है, जिस तरह से संवैधानिक एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, बेरोजगारी और महंगाई सरकार की नीतियों के कारण बढ़ रही है, जिस तरह से जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में सेना और सुरक्षा बलों पर हमले हो रहे हैं और यह सरकार इन सबको कायरता के साथ तरह देख रही है, जिस तरह से इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के बलिदान का अनादर किया जा रहा है, ऐसे कई मुद्दे हैं जो लोगों से जुड़े हैं। हम इन सभी मुद्दों को उठाएंगे।’

सीपीआई-एम सांसद जॉन ब्रिटास ने कहा कि ‘संसद को ठीक से काम करना चाहिए और बहस और चर्चा होनी चाहिए, जो पिछले दस वर्षों से नहीं हो रही है। हम चाहते हैं कि सरकार जमीनी हकीकत को समझे। बेरोजगारी दर अपने चरम पर है, लोग भूख से मर रहे हैं। राज्यों की शक्ति पर हमला हुआ है।

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केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई इस बैठक में कांग्रेस के जयराम रमेश, आप सांसद संजय सिंह, एआइएमआइएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी समेत विपक्ष के बड़े नेता शामिल हुए। वहीं ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी इसमें नहीं आई। पार्टी के नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजीजू को चिट्‌ठी लिखकर बताया कि उनकी पार्टी का कोलकाता में कार्यक्रम है, इसलिए बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे।

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