आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को लखनऊ में सशस्त्र सीमा बल द्वारा आयोजित 73वें अखिल भारतीय पुलिस रेसलिंग क्लस्टर-2024 के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि प्राचीन काल से ही भारत की परंपरा में खेल और खेलकूद की गतिविधियों को महत्व दिया गया है। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत की संकल्पना के लिए जो कार्यक्रम प्रस्तुत किए थे, उनमें खेल और खेलकूद की गतिविधियां भी महत्वपूर्ण हैं। योगी ने कहा कि ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाड व विश्व चैंपियनशिप में जो खिलाड़ी मेडल प्राप्त करते हैं, उन्हें सीधी भर्ती के माध्यम में उत्तर प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा बनाने की कार्रवाई हो रही है।
सीएम ने कहा कि खेलो इंडिया खेलो, फिट इंडिया मूवमेंट, सांसद खेलकूद प्रतियोगिता, गांव-राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही हैं। हर तबके का व्यक्ति इन आयोजनों के साथ जुड़ रहा है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में खेल और खेलकूद की गतिविधियों के लिए व्यापक कार्ययोजना को आगे बढ़ाया है। हम लोगों ने खेल नीति भी बनाई। ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाड व विश्व चैंपियनशिप में जो खिलाड़ी मेडल प्राप्त करते हैं, उन्हें सीधी भर्ती के माध्यम में उत्तर प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा बनाने की कार्रवाई हो रही है। अब तक ऐसे 500 से अधिक खिलाड़ियों को हम लोगों ने उत्तर प्रदेश पुलिस में सीधी भर्ती करने की कार्रवाई के साथ जोड़ा है।
इतना ही नहीं पेरिस में पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के जज्बे को पूरा देश और दुनिया देख रही है कि कैसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा और तेज का लोहा मनवाने का भी काम किया है। यह दृश्य हमारे लिए इसलिए भी प्रसन्नता का है, क्योंकि ये प्रधानमंत्री की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत की’ परिकल्पना को भी साकार कर रहा है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतरीन प्रदर्शन आज उत्तर प्रदेश पुलिस बल को नई गति देने में योगदान दे रहे हैं। खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए 57000 ग्राम पंचायत में खेल का मैदान, 825 विकास खंडों में मिनी स्टेडियम और 75 जनपदों में स्टेडियम निर्माण के कार्यक्रम को युद्ध स्तर पर आगे बढ़ाने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है।