आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश की लगभग 20 करोड़ से अधिक जनता के लिए बिजली के दाम बढ़ाने पर योगी सरकार की तीखी आलोचना करते हुए आज कहा कि इस बढ़ी हुई महंगाई का बोझ जनता पर थोपने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जवाब देह होना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या प्रदेश की गरीब, बेरोजगार व त्रस्त जनता को महंगी बिजली देना बीजेपी के सुशासन व ’सबका विकास’ की रणनीति है। प्रधानमंत्री अब अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रहें हैं।
यह भी पढ़ें- संविधान निर्माता की पुण्यतिथि पर मायावती ने बोला मोदी-योगी पर हमला
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने बयान में यह भी कहा कि महंगी बिजली का बोझ और ज्यादा बढ़ा दिया गया है। यह कोई मामूली बोझ नहीं है बल्कि शहरी क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं को भी अब 10 रूपये प्रति किलोवाट अधिक फिक्स चार्ज देने के साथ-साथ 40-50 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा भुगतान करना पडे़गा। कुल मिलाकर सभी श्रेणियों में औसतन लगभग 13 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गयी है।
यह भी पढ़ें- मतदान खत्म होते ही यूपी की जनता को झटका, बिजली की दरों में भारी बढ़ोतरी
योगी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली, सड़क, पानी, अस्पताल, सफाई आदि के साथ-साथ अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था जैसी जनता की बुनियादी जरूरतों के मामले में काफी बुरा हाल है, क्या यही बीजेपी का सुशासन है?
उन्होंने कहा कि इसकी जवाबदेही ना केवल योगी सरकार की है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी है क्योंकि स्थानीय सांसद होने के साथ-साथ उन्होंने ही प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने पर जनता की सुख-सुविधाओं का ध्यान देने के नाम पर लोगों से वोट मांगा था। परन्तु अब वे जनता का ख्याल रखने के लिए आगे आने के बजाय अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ रहें हैं।