आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। एससीएसटी कानून में बदलाव के विरोध में आज देश भर में जगह-जगह हुई हिंसा को लेकर भाजपा ने जहां विरोधी दलों पर जमकर हमला बोला वहीं खुद को दलितों की सच्ची हितैषी पार्टी भी बताया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि सपा-बसपा गठबंधन के बाद आज देश को अराजकता व हिंसा में झोकने का काम हुआ, उससे विरोधी दलों के नेतृत्व का हिंसा व अराजकता की आग में प्रदेश का जनता को झोंकने वाला चेहरा साफ हो गया है।
प्रदेश अध्यक्ष ने विरोधियों पर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि विरोधी दल के लोगों का देश की न्याय-व्यवस्था के प्रति अराजक प्रदर्शन देश की व्यवस्था को तोड़ने वाली ताकतों का घिनौना प्रयास है।
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दलितों की बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज दलित, गरीब, पिछड़ा विकास की मुख्य धारा में शामिल होकर भारत के भविष्य निर्माण की ओर बढ़ रहा है। अनुसूचित जाति व जनजाति की जागरूकता के कारण अब तक सपा, बसपा व कांग्रेस की वोट बैंक के लिए कोरे वादे व झूठे नारे देकर धोखा देने की राजनीति नाकाम हो रही है और इन दलों की सत्ता में वापसी असंभव होती जा रही है। इसलिए ये दल दलितों का नाम बदनाम करते हुए देश में अराजकता फैलाने के कुचक्र में जुट गए हैं। इन दलों का कृत्य देशद्रोह व दलितों के साथ अन्याय है।
भाजपा को दलितों का सच्ची हितैषी बताते हुए महेंद्र पाण्डेय ने कहा कि बाबा साहब भीमराव रामजी आंबेडकर को भारत रत्न दिलाने के लिए लड़ाई लड़ने की बात रही हो या अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों को संसद व विधानसभाओं में स्थान दिलाने की बात रही हो, भाजपा अकेली ऐसी पार्टी है, जिसने सदा दलितों व पिछड़ो की लड़ाई लड़ी है।
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उन्होंने कहा कि भाजपा ही दलितों की हितैषी है, इसका प्रमाण इससे भी मिलता है कि संसद में आधे से ज्यादा दलित सांसद भाजपा के हैं। अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए आरक्षित 131 लोकसभा सीटों में से 66 सांसद दलित वर्ग से भाजपा के हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश विधानसभा में 87 प्रतिशत दलित वर्ग विधायक भाजपा के हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा में अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए आरक्षित 85 सीटों में से 74 विधायक भाजपा व उसके सहयोगी दलों के हैं। आज देश के सर्वोच्च पद पर राष्ट्रपति के रूप में दलित समुदाय से आने वाले आदरणीय रामनाथ कोविंद सुशोभित है।
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वहीं विरोधी दलों को निशाने पर लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सपा, बसपा व कांग्रेस की तरह दलितों को अधिकार विहीन, अशिक्षित व गरीब बनाकर वोट बैंक की तरह प्रयोग नहीं करती, बल्कि भाजपा दलितों को आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक रूप से मजबूत बनाती है। देश विरोधी व दलित हितों के विरुद्ध कार्य करने वाले बसपा, सपा, कांग्रेस को दलित ही जवाब देंगे।