आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। भीमा-कोरेगांव हिंसा को भाजपा और आरएसएस की साजिश बताने वाले मायावती के बयान के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सुप्रीमो पर पलटवार किया है। बीजेपी ने न सिर्फ मायावती के दलित प्रेम और चिंता को दिखावा बताया बल्कि उन्हें दौलत प्रेमी भी कहा है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अपने बयान में आज कहा कि मायावती जातीय राजनीतिक रोटी सेंकने का अवसर तलाशती रहती हैं। सच में अगर मायावती दलित हितैषी होती तो लोकसभा चुनावों में चारों खाने चित न हुई होती। साथ ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने का दावा करने वाली बसपा 20 सीटों के अंदर ही नहीं सिमटती।
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प्रदेश प्रवक्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि बसपा सुप्रीमो ने दलितों की भावनाओं का जमकर दोहन किया है। दलितों के नाम पर अरबों की दौलत जमा कर ली। उत्तर प्रदेश में पिछले शासनकाल में दलित उत्पीडि़त रहा, लेकिन बसपा सुप्रीमो ने कभी आवाज नहीं उठायी। इतना ही नहीं बसपा जब सत्ता में थी तब भी दलितों के उत्थान के लिए कोई निर्णायक कदम नहीं उठा पायी थी।
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राकेश त्रिपाठी ने दावा करते हुए आगे कहा कि पिछले बसपा-सपा शासनकाल में बिगड़ी कानून- व्यवस्था से दलित पीड़ित रहा, जिसका समाधान भाजपा सरकार में हो रहा है। दलितों-पिछड़ों की जमीनों पर ही दबंगो ने हमेशा अवैध कब्जा किया है। जमीनों को अवैध कब्जों से मुक्त कराकर शोषित-पीड़ित की मदद योगी सरकार कर रही है।
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