आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। योगी सरकार से नाराज चल रहे दलित सांसदों के बीच रविवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा के साथ ही योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। भारत बंद के दौरान देश भर में हुई हिंसा के मसले पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत बंद पूरी तरह सफल था।
इस प्रदर्शन ने भाजपा को डरा दिया और भाजपा शासित राज्यों के प्रशासन ने दलितों पर अत्याचार शुरू कर दिया। इसी कड़ी में कई दलितों और उनके परिवारवालों को गिरफ्तार किया गया है। अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए मायावती ने भाजपा सरकार पर दलित समाज के युवाओं को टारगेट करके उन्हें प्रताड़ित करने व उनकी हत्या करने का आरोप भी लगाया। मायावती ने दलितों पर योगी सरकार द्वारा फर्जी मुकदमें लादने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार आयी तो सभी झूठे केस वापस होंगे।
जातिवादी हत्याएं क्यों
दलितों की हत्या पर बसपा सुप्रीमो ने भाजपा की प्रदेश सरकारों से सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को इसका संतोषजनक जवाब देना चाहिए कि पुलिस एनकाउंटर के बाद दलितों के खिलाफ यह जातिवादी हत्याएं क्यों? उन्होंने सरकार से सवाल किया है कि क्या दलित अत्याचार के मामले में उत्तर प्रदेश, गुजरात मॉडल का शर्मनाक अनुसरण करेगा।
बसपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि एससी/एसटी कानून में दिए गए अधिकारों की रक्षा के लिए दलित व आदिवासी समाज के लोग हर प्रकार की कुर्बानी देने को तैयार हैं, जिसका ताजा उदाहरण भारत बंद के दौरान देखने को मिला, लेकिन असामाजिक व जातिवादी तत्वों ने पहले आगजनी व हिंसा का षड्यंत्र करके उस एससी/एसटी कानून बचाओ जन आंदोलन को बदनाम करने की साजिश की, फिर सरकारी तांडव शुरू करके हजारों निर्दोष लोगों को विभिन्न राज्यों में गिरफ्तार किया जा रहा है।
बिकाऊ दलित सांसदों को माफ नहीं करेगा दलित समाज
साथ ही पिछले दिनों योगी सरकार के खिलाफ यूपी के दलित सांसदों द्वारा पीएम मोदी को लिखी गयी शिकायती चिट्ठियों को मायावती ने ढकोसला बताते हुए कहा कि ये स्वार्थी मानसिकता वाले नेता हैं और दलित समाज के लोग इन्हें बखूबी समझते हैं। वहीं मायावती ने कहा कि मुझे भरोसा है कि देश के स्वाभिमानी दलित समाज के लोग आने वाले चुनावों में स्वार्थी और बिकाऊ मानसिकता वाले सांसदों को माफ करने वाले नहीं है।