आरयू संवाददाता,
कासगंज। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में भारी चूक सामने आयी है, जिसके कारण मुख्यमंत्री की जान खतरे में पड़ गई। दरअसल जिला प्रशासन ने योगी के हेलीकॉप्टर के लिए हेलीपैड सोरों नुमाइश ग्राउंड में बनाया गया था। जब वहां हेलीकॉप्टर पहुंचा तो आसपास पेड़ देखकर हालात की गंभीरता को भांपते हुए पायलट ने वहां उतरने से मना कर दिया।
पायलट ने अपनी सूझ-बूझ से हेलीकॉप्टर को पास के खेत में लैंड कराया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। वहीं इस बड़ी चूक के बाद प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और अधिकारी मौके पर पहुंचे। साथ ही बिना बैरीकेडिंग के खेत में जब हेलीकॉप्टर उतरा तो भीड़ दौड़ पड़ी। पुलिस प्रशासन को भीड़ संभालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
यह भी पढ़ें- गो एयर विमान के इंजन में आयी खराबी, बाल-बाल बचे 112 यात्री
बता दें कि रविवार देर रात आए तूफान में छह लोगों की मौत और करीब 14 लोगों के घायल होने की जानकारी मिलने पर मृतकों और घायलों के परिजनों की सहायता एवं सांत्वना देने लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज कासगंज पहुंचे।
तूफान पीड़ितों को दिया चेक
योगी ने कासगंज के सहावर स्थित फरौली गांव में तूफान पीड़ित परिवार को मुआवजा का चेक दिया। साथ ही मुख्यमंत्री ने सहावर में डकैती पीड़ित परिवार से भी बातचीत करते हुए उन्होंने हर संभव मदद और सुरक्षा देने का वादा भी किया। इसके बाद वह कलक्ट्रेट के लिए रवाना हुए और सोरों स्थित जिला मुख्यालय पर योगी ने अधिकारियों के साथ भी बैठक की।
यह भी पढ़ें- लखनऊ जिला जज बिल्डि़ंग में विस्फोट से हड़कंप
चंदन के परिजनों ने जताई नाराजगी
इतना ही नहीं उन्होंने 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा में मृत युवक चंदन के पिता सुशील गुप्ता और बहन कीर्ति योगी से मिलने पहुंची। जहां उन्होंने सीएम से मुलाकात कर उनके घर न आने पर नाराजगी जताई। साथ ही परिवार के लोगों ने चंदन चौक बनाए जाने की मांग रखी, जिस पर योगी ने उन्हें समय आने पर बनाए जाने का आश्वासन दिया।
यह भी पढ़ें- योगी की मौजूदगी में हाईकोर्ट के नए परिसर में लगी आग, हड़कंप