आरयू वेब टीम।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से रविवार को लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने मुलाकात की। उन्होंने अमित शाह से दलितों के खिलाफ अत्याचार पर कानून के मूल प्रावधानों को बहाल करने के लिए अध्यादेश लाने की मांग की। उन्होंने समुदाय के लिए पदोन्नति में आरक्षण सुनिश्चित करने की भी मांग की।
इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए पासवान ने कहा कि उन्होंने बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा देने का मुद्दा भी उठाया। सबसे गरीब राज्यों में एक होने के कारण बिहार इसका हकदार है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसकी मांग लंबे समय से कर रहे हैं।
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शाह से मुलाकात के दौरान पासवान के साथ उनके बेटे और सांसद चिराग पासवान भी थे। उन दोनों ने बिहार के संबंध में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इतना ही नहीं राजनीति की संभावनाओं अंदेशा जताते हुए कहा कि अगले साल लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा नीत राजग के समग्र प्रदर्शन के लिए यह राज्य बहुत महत्वपूर्ण होगा।
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बैठक में पासवान ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कानून के मूल कड़े प्रावधानों को बहाल करने के लिए अध्यादेश लाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को उन प्रावधानों को हटाने के लिये उच्चतम न्यायालय का रुख करना चाहिए जो सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को पदोन्नति में आरक्षण देने की राह में आड़े आते हैं। वहीं पासवान ने आगे कहा कि दलितों के मुद्दे पर शाह उनके विचारों से सहमत हुए और उन्होंने सकारात्मक रूख प्रकट किया है।
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